वॉशिंगटन। कोरोना के लगातार बढ़ते मरीजों ने अमेरिका से लेकर एशिया तक हाहाकार मचा रखा है। यूरोप में भी लगातार मरीज बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में लग रहा है कि पूरी दुनिया में ये बीमारी हर एक को अपनी गिरफ्त में लेने के लिए आगे बढ़ रही है। अमेरिका में शुक्रवार को सबसे ज्यादा 8.49 लाख केस मिले थे। अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने बताया है कि हालात काफी गंभीर हैं। सरकारी कर्मचारियों की तादाद भी कम हो गई है। कैनसस जॉनसन काउंटी में पैरा मेडिकल स्टाफ को हफ्ते में 80 दिन काम करना पड़ रहा है। यूरोप की बात करते हैं। ब्रिटेन में रविवार को 141472 नए कोरोना मरीज मिले और 97 लोगों की जान गई। पिछले 1 हफ्ते में यहां 12 लाख से ज्यादा कोरोना मरीज मिल चुके हैं।
फ्रांस में रविवार को एक दिन में कोरोना के 296097 नए मरीज मिले। यहां 90 मरीजों की जान चली गई। फ्रांस में इसके साथ ही महामारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 98000 का आंकड़ा पार कर चुकी है। यहां 3847 मरीज आईसीयू में हैं। इटली की हालत भी काफी गंभीर है। यहां रविवार को 155659 नए कोरोना मरीज मिले हैं। इटली में इस दिन और 157 कोरोना मरीजों ने दम तोड़ दिया। इटली में अब तक 74 लाख से ज्यादा लोगों को कोरोना हो चुका है और 1.39 लाख से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।
एशिया की तरफ आएं, तो भारत के अलावा चीन में भी कोरोना के केस बढ़ रहे हैं। शांक्सी प्रांत के शियान में कोरोना के 30 नए मरीज मिले हैं। इसके बाद शियान में सख्त प्रतिबंध लगाए गए हैं। यहां लोगों को खाने-पीने की चीजें, दवा वगैरा भी नहीं मिल रही हैं। कई लोगों ने जब इसका विरोध किया, तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार भी कर लिया। इससे भी लोग काफी नाराज बताए जा रहे हैं। भारत के पड़ोसी देश नेपाल ने हालात बिगड़ते देखकर फैसला किया है कि वैक्सीन कार्ड धारक ही सार्वजनिक स्थलों और दफ्तरों में जा सकेंगे। ये नियम 17 जनवरी से लागू कर दिया जाएगा। पिछले 1 हफ्ते में नेपाल में तेजी से कोरोना के मरीजों की तादाद बढ़ी है।