सालफित। इजरायली सेना ने भी लगता है यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के बुलडोजर फॉर्मूले को अपना लिया है। जिस तरह बड़ी गुनाहों के आरोपियों के अवैध घरों पर योगी का बुलडोजर चलता है, ठीक उसी तरह इजरायली सेना ने अपने एक जवान की हत्या करने के आरोपी दो फिलिस्तीनी आतंकियों के घरों को बुलडोजर से जमींदोज कर दिया। इससे पहले आतंकियों के ठिकानों और घरों को इजरायली सेना बारूद लगाकर ध्वस्त करती रही है। इजरायली और फिलिस्तीनी मीडिया के मुताबिक सोमवार रात और मंगलवार को इजरायली सेना ने पश्चिमी किनारे के सालफित शहर के पास करावत बनी हसन कस्बे में याह्या मीरी और समीह अस्सी के घरों को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया। इन दोनों को इजरायली सेना के जवान की हत्या के केस में पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से मीडिया ने खबर दी है कि बड़ी तादाद में इजरायल की सेना के जवान एक बुलडोजर लेकर पहुंचे और दोनों के घरवालों को बाहर निकालने के बाद घरों को जमींदोज कर दिया। इस दौरान याह्या और समीह के पड़ोसियों को भी इलाके से चले जाने के लिए कहा गया था। सेना ने सोमवार रात को पहले असीह का घर गिराया और फिर याह्या के घर को भी तड़के बुलडोजर से गिरा दिया गया। इजरायल ने आरोप लगाया है कि 19 साल के याह्या और 20 साल के समीह ने एरियल इलाके में बने अवैध मकानों के पास एक इजरायली को मार दिया था। ये घटना इस साल अप्रैल में हुई थी।
याह्या और समीह के घरवालों को इजरायली सेना ने घर ढहा देने का नोटिस भेजा था। दोनों ही घरों को अवैध करार दिया गया था। इसके खिलाफ परिवारों ने इजरायल के हाईकोर्ट में दस्तक दी थी। कोर्ट ने सारे सबूतों पर गौर करने के बाद घरों को गिराने के फैसले को सही ठहराया। जिसके बाद इजरायली सेना ने बुलडोजर से घरों को गिरा दिया। इस दौरान तमाम लोगों ने विरोध जताया। जिस पर उनके खिलाफ आंसू गैस के गोले और रबड़ की गोलियां इस्तेमाल की गईं।