नई दिल्ली। साल 2024 के अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार विजेताओं के नाम भी आज ऐलान कर दिया गया। रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने डारोन एसेमोग्लू, साइमन जॉनसन और जेम्स ए. रॉबिन्सन को इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए चुना है। कोई भी संस्थान कैसे बनता है और किस तरह से देश की समृद्धि को प्रभावित करता है, इस अध्ययन के लिए इन तीनों शोधकर्ताओं को आर्थिक विज्ञान का नोबेल देने का निर्णय लिया गया है। डारोन ऐसमोग्लू, अर्मेनियाई मूल के तुर्की-अमेरिकी अर्थशास्त्री हैं, जो मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में प्रोफेसर हैं। वहीं साइमन जॉनसन और जेम्स ए. रॉबिन्सन ने भी अर्थशास्त्र के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इन दोनों शोधकर्ताओं ने वैश्विक अर्थव्यवस्था की जटिलताओं को समझाने में उपयोगी भूमिका निभाई है।
<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”en” dir=”ltr”>BREAKING NEWS<br>The Royal Swedish Academy of Sciences has decided to award the 2024 Sveriges Riksbank Prize in Economic Sciences in Memory of Alfred Nobel to Daron Acemoglu, Simon Johnson and James A. Robinson “for studies of how institutions are formed and affect prosperity.”… <a href=”https://t.co/tuwIIgk393″>pic.twitter.com/tuwIIgk393</a></p>— The Nobel Prize (@NobelPrize) <a href=”https://twitter.com/NobelPrize/status/1845763241147785723?ref_src=twsrc%5Etfw”>October 14, 2024</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>
रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज के अनुसार इस वर्ष के आर्थिक विज्ञान के विजेताओं ने हमें राष्ट्रों के बीच समृद्धि में अंतर को समझने में मदद की है। डारोन एसेमोग्लू, साइमन जॉनसन और जेम्स रॉबिन्सन ने देश की समृद्धि के लिए सामाजिक संस्थाओं के महत्व को प्रदर्शित किया है। कानून के खराब शासन वाले समाज और जनसंख्या का शोषण करने वाली संस्थाएं विकास या बेहतरी के लिए परिवर्तन उत्पन्न नहीं करती हैं। पुरस्कार विजेताओं का शोध हमें यह समझने में मदद करता है कि ऐसा क्यों है। अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में दिए जाने वाले अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार को पहले बैंक ऑफ स्वीडन पुरस्कार के रूप में भी जाना जाता था। अल्फ्रेड नोबेल 19वीं सदी के व्यवसायी और रसायन विज्ञान के शोधकर्ता थे। अल्फ्रेड ने ही डायनामाइट का आविष्कार किया था।
<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”en” dir=”ltr”>This year’s laureates in the economic sciences have helped us understand differences in prosperity between nations.<br><br>Daron Acemoglu, Simon Johnson and James Robinson have demonstrated the importance of societal institutions for a country’s prosperity. Societies with a poor rule… <a href=”https://t.co/2KEQCasik2″>pic.twitter.com/2KEQCasik2</a></p>— The Nobel Prize (@NobelPrize) <a href=”https://twitter.com/NobelPrize/status/1845763367299944695?ref_src=twsrc%5Etfw”>October 14, 2024</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>
आपको बता दें इस साल का शांति का नोबेल पुरस्कार जापान के संगठन निहोन हिडानक्यो को परमाणु हथियारों से दुनिया को मुक्त बनाने के प्रयासों के लिए दिया गया है। वहीं भौतिकी का नोबेल वैज्ञानिक जॉन जे. हॉपफील्ड और जेफ्री ई. हिंटन को जबकि वैज्ञानिक डेविड बेकर, डेमिस हसाबिस तथा जॉन एम. जम्पर को केमिस्ट्री के नोबेल पुरस्कार सम्मान के लिए चुना गया है। दक्षिण कोरियाई लेखिका हान कांग को साहित्य का नोबेल पुरस्कार दिए जाने का ऐलान किया गया है। जबकि सबसे प्रतिष्ठित चिकित्सा के नोबेल के लिए अमेरिकी वैज्ञानिक विक्टर एम्ब्रोस और गैरी रुवकुन के नामों की घोषणा की गई है।