News Room Post

US स्पीकर नैंसी पेलोसी के पति पर जानलेवा हमला, अज्ञात शख्स ने की जमकर पिटाई, हुआ गिरफ्तार

नई दिल्ली। अमेरिकी संसद की स्पीकर नैंसी पेलोसी के पति पॉल पेलोसी पर एक अज्ञात शख्स ने जानलेवा हमला किया है। उन पर यह हमला ऐसे वक्त में किया गया, जब नैंसी घर पर नहीं थीं। शुक्रवार सुबह हमले की वारदात को अंजाम दिया गया। वहीं पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेने के बाद हमलावर को हिरासत में भेज दिया है। हालांकि, उसकी पहचान सार्वजनिक की गई है। ध्यान रहे कि हमले के कुछ घंटे बाद ही हमलावर को गिरफ्तार कर लिया गया। बता दें कि नेंसी पेलोसी के पति पॉल पेलोसी पर जानलेवा हमले की खबर की पुष्टि उनके खुद के निजी प्रवक्ता ने की है। उधर, इस हमले के बाद नैंसी पेलोसी और उनके पति की सुरक्षा-व्यवस्था दुरूस्त कर दी गई है। हालांकि, हमलावर ने क्यों हमला किया। आखिर इसके पीछे की वजह क्या थी। इसके बारे में अभी तक खुलासा नहीं हुआ है। इस हमले के संदर्भ में तरह-तरह की बातें की कही जा रही है, लेकिन अंतिम तौर पुलिस जांच संपन्न होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

बता दें कि हमले के तुरंत बाद नैंसी पेलोसी के पति पॉल पेलोसी को अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें तत्काल उपचार मुहैया कराया गया। अब उनकी हालत पूरी तरह से दुरूस्त बनी हुई है। वहीं, उनके परिजनों ने इस बात पर खुशी जाहिर की है कि उन्हें फौरन चिकित्सकीय उपचार मुहैया करा दिया गया, अन्यथा उनकी हालत बिगड़ सकती थी। उधर, पुलिस ने हमलावर को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है। ध्यान रहे कि नैंसी पेलोसी और पॉल पेलोसी 1963 में परिणय सूत्र में बंधे थे। शादी के बाद दोनों ने करियर के लिहाज अलग-अलग रास्तों का चयन किया। नैंसी पेलोजी ने जहां अमेरिकी राजनीति में अपनी बादशाहत कायम की तो वहीं उनके पति पॉल पेलोसी ने व्यापार जगत में अपार नाम और शोहरत कमाया है।

बीते दिनों नैंसी पेलोसी उस वक्त चर्चा में आ गई थी, जब वो चीन के विरोध के बावजूद भी ताइवान पहुंच गई थीं। जिससे चीन बुरी तरह भड़क गया था और उसने कार्रवाई करने की भी बात कही थी, लेकिन अमेरिका ने भी दो टूक कह दिया था कि अगर उसकी तरफ किसी भी अनुचित कार्रवाई की गई तो उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी, लेकिन ताइवान में शांति की वकालत करने वाले कई लोगों ने नैंसी पेलोसी की यात्रा का विरोध किया था। दरअसल, उन्हें डर था कि नैंसी की यात्रा से बिफरा चीन कहीं उनके खिलाफ ही कोई कार्रवाई ना कर दे, लेकिन अमेरिका ने भी स्पष्ट कर दिया था कि अगर चीन की तरफ से ऐसी कोई कार्रवाई की गई तो ताइवान को अमेरिका का साथ मिलेगा।

Exit mobile version