वॉशिंगटन। व्यापार समझौता के मामले में अमेरिका और भारत से अलग-अलग खबरें आ रही हैं। एक तरफ भारत से खबर ये है कि मोदी सरकार अमेरिका से व्यापार समझौता में कृषि और डेयरी क्षेत्र को खोलने के लिए राजी नहीं है। ऐसे में अमेरिका से व्यापार समझौते में पेच फंसा है। वहीं, अमेरिका से ये खबरें आ रही हैं कि भारत से जल्दी ही व्यापार समझौता होने जा रहा है। यही बात एक बार फिर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कही है। डोनाल्ड ट्रंप ने 14 देशों के लिए नए टैरिफ का एलान करने के साथ ही कहा कि हमने ब्रिटेन और चीन से डील की है। भारत से डील करने के करीब हैं।
#WATCH | On trade deals, US President Donald Trump says, “…We are close to making a deal with India. We’ve made a deal with the United Kingdom. We’ve made a deal with China. Others we met with, and we don’t think we’re going to be able to make a deal, so we just send them a… pic.twitter.com/p5EWU1aeSU
— ANI (@ANI) July 8, 2025
इससे पहले व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने बीते दिनों कहा था कि जल्दी ही भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौता हो जाएगा। हालांकि, लेविट के इस बयान के बाद ही अमेरिका से व्यापार समझौता की शर्तें तय करने गया प्रतिनिधिमंडल भारत लौट आया। उसके बाद वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बयान दिया कि भारत किसी दबाव में आकर व्यापार समझौता नहीं करने वाला। ऐसे में अटकलें लगने लगीं कि भारत और अमेरिका का व्यापार समझौता फिलहाल होता नहीं दिख रहा। हालांकि, ट्रंप के अलावा अमेरिका के वाणिज्य सचिव हावर्ड लुटनिक और ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट भी कह चुके हैं कि भारत और अमेरिका में व्यापार समझौता होगा।
इस बीच, डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को 14 देशों के लिए टैरिफ की नई दरों का एलान कर दिया। ये टैरिफ 1 अगस्त 2025 से लागू होगा। ट्रंप का कहना है कि इन देशों से अमेरिका का व्यापार समझौता होना मुश्किल दिख रहा है। ट्रंप ने सबसे ज्यादा 40 फीसदी टैरिफ म्यांमार और लाओस पर लगाया है। थाईलैंड और कंबोडिया पर ट्रंप ने 36 फीसदी, बांग्लादेश और सर्बिया पर 35 फीसदी, इंडोनेशिया पर 32 फीसदी, दक्षिण अफ्रीका और बोस्निया पर 30 फीसदी टैरिफ का डोनाल्ड ट्रंप ने एलान किया है। वहीं, जापान, दक्षिण कोरिया, मलेशिया, कजाकिस्तान और ट्यूनीशिया पर 25 फीसदी टैरिफ लगेगा। ट्रंप की ओर से इस बारे में जानकारी देने वाली चिट्ठियां इन सभी देशों को भेजी गई हैं। ट्रंप ने कहा कि जापान और दक्षिण कोरिया से उन्होंने ये भी कहा कि आपके साथ बड़ा व्यापार घाटा है, लेकिन अमेरिका फिर भी आपसे कारोबार कर रहा है।