नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प आज कल चार दिनों के अरब देशों के दौरे पर हैं। सऊदी अरब में इंवेस्टमेंट फोरम के कार्यक्रम में कल ही ट्रंप ने सीरिया पर लगे प्रतिबंधों को हटाने की बात कही थी। अब अमेरिकी राष्ट्रपति ने आज रियाद में सीरिया के नए राष्ट्रपति अहमद अल-शरा से मुलाकात की। डोनाल्ड ट्रंप और अहमद अल-शरा के बीच लगभग 30 मिनट तक बातचीत हुई। इस दौरान सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान भी वहां मौजूद रहे। ट्रंप और अहमद अल-शरा की मुलाकात की चर्चा दुनिया भर में हो रही है। दरअसल अमेरिका ने अहमद अल-शरा को आतंकी घोषित किया था। इतना ही नहीं उस पर एक करोड़ डॉलर का इनाम भी रखा था।
<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”en” dir=”ltr”>VIDEO | Riyadh: US President Donald Trump (<a href=”https://twitter.com/POTUS?ref_src=twsrc%5Etfw”>@POTUS</a>) meets Syria’s new President, Ahmed al-Sharaa, a day after announcing the lifting of sanctions on the country.<br><br>(Source: Third Party)<br><br>(Full video available on PTI Videos – <a href=”https://t.co/n147TvqRQz”>https://t.co/n147TvqRQz</a>) <a href=”https://t.co/mGjXxtUhgg”>pic.twitter.com/mGjXxtUhgg</a></p>— Press Trust of India (@PTI_News) <a href=”https://twitter.com/PTI_News/status/1922599032720880002?ref_src=twsrc%5Etfw”>May 14, 2025</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>
अहमद अल-शरा से मुलाकात के लिए डोनाल्ड ट्रंप की आलोचना भी हो रही है। बता दें कि सीरिया के चरमपंथी संगठन हयात तहरीर अल-शाम के प्रमुख अहमद अल-शरा हैं। इसी संगठन ने सीरिया में हुए तख्तापलट में प्रमुख भूमिका निभाई थी और बशर अल-असद को सत्ता से हटाया था। अमेरिका की प्रतिबंधित सूची में हयात तहरीर अल-शाम संगठन भी शामिल है। वहीं लोगों का कहना है कि आतंकवाद के विरुद्ध कार्रवाई के नाम पर मध्य पूर्व के कई देशों में बमबारी करने वाले अमेरिका का नेता अब खुद एक आतंकवादी से मिल रहा है।
बता दें कि अहमद अल-शरा का नाम अल-कायदा से भी जुड़ा रहा है। उनके संगठन हयात तहरीर अल-शाम को अलकायदा की सीरियाई शाख के तौर पर भी जाना जाता था। वहीं अहमद अल शरा को अबू मोहम्मद अल-गोलानी के नाम से भी जाना जाता था मगर हालांकि सीरिया की सत्ता संभालने के बाद से उन्होंने अपना नाम बदल लिया और अब अहमद अल-शरा अपनी छवि को बदलने का प्रयास कर रहे हैं। वैश्विक समुदाय के बीच वह खुद को उदारवादी नेता की तरह प्रस्तुत कर रहे हैं। उधर डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि हर किसी को दूसरा मौका मिलना चाहिए।