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TTP Pakistan : ‘हमारे रास्ते में मत आना वर्ना…TTP की पाकिस्तान पुलिस को धमकी, कराची में किया था हमला

TTP Pakistan : साल 2007 में अस्तित्व में आने के बाद से ही यह लगातार हमलावर है। हालांकि 2014 में चले मिलिट्री ऑपरेशन में टीटीपी को काफी हद तक कुचल दिया गया था। लेकिन काबुल में तालिबान के सत्ता में लौटने के बाद से इसने एक बार फिर पाकिस्तान में हमलों का बढ़ा दिए हैं।

इस्लामाबाद। आर्थिक कंगाली से जूझ रहे पाकिस्तान में आतंक भी अब सिर उठाने लगा है। पिछले कुछ वक्त में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान का नया सिरदर्द बन चुका है। टीटीपी यहां एक के बाद एक आतंकी हमलों का अंजाम दे रहा है। बीते कुछ वक्त में टीटीपी यहां पर सुरक्षा बलों पर हमले कर रहा है। इसमें ताजा मामला कराची में पुलिस मुख्यालय पर हुआ हमला है। इस हमले को अंजाम देने के अगले दिन टीटीपी ने एक चेतावनी भी जारी की है। इस चेतावनी में टीटीपी ने कहा है कि वह आगे भी पुलिस और सुरक्षाकर्मियों को निशाना जारी रखेगा। पुलिस को चेतावनी टीटीपी ने अपनी ताजा चेतावनी पुलिस के लिए जारी की है। जिसके बाद पाकिस्तान की पुलिस सतर्क है।

आपको बता दें कि अंग्रेजी में जारी अपने बयान में उसने कहा है कि गुलाम आर्मी के साथ चल रही हमारी लड़ाई के रास्ते में पुलिस को नहीं आना चाहिए। अगर यह लोग नहीं मानते हैं तो फिर शीर्ष पुलिस अधिकारियों के सुरक्षित ऑफिसेज पर हमलों का सिलसिला जारी रहेगा। टीटीपी ने आगे कहा है कि हम एक बार फिर सुरक्षा एजेंसियों को चेतावनी देना चाहते हैं। मासूम कैदियों को फेक एनकाउंटर्स में मारना बंद कर दें। अगर ऐसा नहीं हुआ तो अगले हमले और ज्यादा घातक होंगे। गौरतलब है टीटीपी ने बीते महीने पेशावर की एक मस्जिद को टार्गेट किया था।

गौरतलब है कि इसम हमले में पाकिस्तान के करीब 80 से ज्यादा पुलिसवालों की मौत हो गई थी। 2007 से हमलावर तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान, अफगानिस्तान के तालिबान से अलग है। हालांकि, यह उसी तरह की हार्डलाइन इस्लामिस्ट आइडियोलॉजी को फॉलो करता है। साल 2007 में अस्तित्व में आने के बाद से ही यह लगातार हमलावर है। हालांकि 2014 में चले मिलिट्री ऑपरेशन में टीटीपी को काफी हद तक कुचल दिया गया था। लेकिन काबुल में तालिबान के सत्ता में लौटने के बाद से इसने एक बार फिर पाकिस्तान में हमलों का बढ़ा दिए हैं।

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