नई दिल्ली। मिस्र के मंत्री डॉ. मोहम्मद मोख्तार गोमा (Dr. Mohamed Mokhtar Gomaa) का भाषण पूरी दुनिया में छाया हुआ है। हर जगह उनका भाषण चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल, मिस्र के मंत्री गोमा ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ऐसा कुछ कह दिया है जिसको लेकर उनकी हर तरफ प्रशंसा हो रही है। उन्होंने कहा कि, मुस्लिम समाज को अपने राष्ट्र, झंडे और मिट्टी के प्रति निष्ठावान रहना चाहिए। बता दें कि मोहम्मद मोख्तार गोमा ने ये बयान संयुक्त अरब अमीरात में आयोजित दो दिवसीय वर्ल्ड मुस्लिम कम्युनिटीज काउंसिल में कही। खास बात ये भी है कि इस दौरान कई देशों के मुस्लिम धार्मिक नेता भी मौजूद रहे। इस कान्फ्रेंस में यूएई, रूस, तुर्की, सीरिया, अजरबैजान और मिस्र के मुस्लिम नेताओं ने भाग लिया। आपको बता दें कि यह कान्फ्रेंस अबू धाबी में 8 और 9 मई को आयोजित हुई थी।
“We stand united in the face of extremism and terrorism”.. H.E. Dr. Mohamed Mokhtar Gomaa Minister of Awqaf of Egypt, remarks during the international conference “#Islamic_Unity: Concept, Opportunities and Challenges”#The_World_Muslim_Communities_Council pic.twitter.com/FKSw7w6e5j
— Muslim Communities (@WMuslimCC) May 8, 2022
खबरों की मानें तो मिस्त्र के मंत्री डॉ मोहम्मद मोख्तार गोमा ने इस्लामिक एकता पर अपना भाषण दिया। इस दौरान उन्होंने अपने भाषण में कहा कि मुस्लिम समाज को सिर्फ तर्कसंगत ढंग से ही एकजुट किया जा सकेगा। इसके इतर दूसरा तरीका पूरी तरह असंभव और काल्पनिक है। दुनिया के ज्यादातर चरमपंथी और आतंकवादी संगठन दूसरे तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
गोमा ने कहा कि हमारे आधुनिक वक्त में किसी नए देश के तहत इस्लामिक एकता लाने की असंभव कोशिश करने के बजाय अपने देश, झंडे और भूमि के प्रति ईमानदारी रखना अधिक जरूरी है। उन्होंने बताया कि यह व्यर्थ का प्रयास राष्ट्र को कमजोर करता है और गैर मुस्लिम समुदायों में रह रहे मुस्लिम अल्पसंख्यकों को अलग-थलग करता है।