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Good News: दक्षिण अफ्रीका में 1 महीने में खत्म हो गई Omicron की लहर, भारत के लिए उम्मीद की किरण

south africa corona

जोहानेसबर्ग। दुनियाभर में कोरोना और खासकर इसके ओमिक्रॉन वैरिएंट से मचे हाहाकार के बीच दक्षिण अफ्रीका से अच्छी खबर आई है। वहां ओमिक्रॉन के कारण आई कोरोना की चौथी लहर खत्म हो गई है। ये चौथी लहर वहां 1 महीने और 7 दिन के करीब चली। दक्षिण अफ्रीका में 24 नवंबर को ओमिक्रॉन का पहला मरीज मिला था। वहां कोरोना की चौथी लहर खत्म होने के बाद सरकार ने देशभर में नाइट कर्फ्यू हटा लिया है। सरकार के मंत्री मोंडली गुंगुबेले के मुताबिक महामारी की चाल, वैक्सीनेशन का स्तर और स्वास्थ्य सेक्टर की क्षमता को देखते हुए ये फैसला किया गया है।

दक्षिण अफ्रीका में नाइट कर्फ्यू हटाने के बाद भी सरकार ने कहा है कि अभी शादी और अन्य कार्यक्रमों में कम संख्या में ही लोगों को इकट्ठा होने की मंजूरी मिलेगी। वहां सरकार ने भीतर होने वाले कार्यक्रमों में 1000 और खुले में होने वाले कार्यक्रमों में 2000 लोगों के इकट्ठा होने की मंजूरी दे रखी है। दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 25 दिसंबर को खत्म हफ्ते में कोरोना के मामले करीब 30 फीसदी कम हो गए। कोरोना से अब तक वहां 35 लाख लोग बीमार हुए हैं और 91 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, ओमिक्रॉन के कारण किसी की जान नहीं गई। अफ्रीकी महाद्वीप में सबसे ज्यादा कोरोना का ग्राफ दक्षिण अफ्रीका में ही रहा है।

दक्षिण अफ्रीका से आई अच्छी खबर से भारत में भी उम्मीद की किरण जगी है। यहां भी ओमिक्रॉन की वजह से मरीज बढ़ रहे हैं, लेकिन माना जा रहा है कि मार्च के आते आते मरीज कम होने लगेंगे। आईआईटी कानपुर और आईआईटी मुंबई ने भी अपने गणितीय मॉडल के आधार पर कहा है कि भारत में कोरोना का पीक फरवरी के महीने में आएगा। तब हर रोज 2 लाख मरीज तक मिलने के आसार दोनों ने जताए हैं। जिस तरह मरीजों की तादाद बढ़ रही है, उसे देखकर भी लगता है कि कोरोना की तीसरी लहर में लाखों लोग बीमार पड़ सकते हैं।

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