नई दिल्ली। इजरायल और हमास में चल रहे संघर्ष विराम के बीच हिजबुल्लाह के टॉप लीडर शेख मुहम्मद अली हमादी की लेबनान में हत्या कर दी गई है। दो गाड़ियों में सवार अज्ञात बंदूकधारियों ने हमादी पर उस वक्त गोलियां बरसाई जब वो पश्चिमी बाका जिले के मचघरा स्थित अपने घर के बाहर खड़ा था। हमलावर हमादी को गोलियां मारने के बाद वहां से फरार हो गए। हमादी को तुरंत ही पास के अस्पताल में ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हमादी की हत्या के बाद लेबनान की सेना ने इलाके की घेराबंदी कर दी है।
हमादी के हत्यारों को पकड़ने के लिए लेबनान में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। हालांकि अभी तक किसी ने भी हमादी की हत्या की जिम्मेदारी नहीं ली है। वहीं मीडिया रिपोर्ट के अनुसार लेबनान के कुछ अधिकारियों का मानना है कि हमादी की हत्या सालों से चलते चले आ रहे उनके पारिवारिक झगड़े के कारण हो सकती है। वहीं कुछ लोग हमादी की हत्या को इजरायल और हमास के बीच हुए युद्धविराम समझौते के लिए एक झटका भी मान रहे हैं। हमादी की हत्या के पीछे इजरायल का हाथ होने की आशंका भी व्यक्त की जा रही है।
आपको बता दें कि इजरायल और हमास ने बीच 60 दिन के युद्धविराम का समझौता हुआ है। इसके तहत इजरायल 26 जनवरी 2025 तक साउथ लेबनान से अपनी सेना वापस बुलाएगा और हिजबुल्लाह को भी इजरायली बॉर्डर से लिटानी नदी के उत्तर में अपने लड़ाकों को पीछे हटाना होगा। हिजबुल्लाह का टॉप लीडर शेख मुहम्मद अली हमादी की अमेरिका को तलाश थी। हमादी अमेरिकी संघीय एजेंसी (एफबीआई) की मोस्ट वॉन्टेड आतंकियों की लिस्ट में शामिल था। साल 1985 में हमादी ने एथेंस से रोम जा रहे एक हवाई जहाज को हाईजैक कर लिया था। उस विमान में कुल 153 लोग सवार थे।