दिनाजपुर। बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के पतन के बाद से हिंदुओं पर अत्याचार और उनकी जान लेने का सिलसिला थम नहीं रहा। ताजा घटना बांग्लादेश के दिनाजपुर जिले में हुई है। बांग्लादेश के दिनाजपुर जिले के बासुदेवपुर गांव में हिंदू नेता भबेश चंद्र राय को कुछ लोगों ने इतना पीटा कि उनकी मौत हो गई। भबेश चंद्र राय बांग्लादेश पूजा उद्यापन परिषद की बिराल इकाई के उपाध्यक्ष थे। बांग्लादेश के अखबार द डेली स्टार को भबेश चंद्र राय के परिजनों ने बताया कि हिंदू नेता को उनके गांव से बाइक पर सवार लोगों ने अगवा कर लिया। फिर जबरदस्त मारपीट की गई।
भबेश चंद्र राय की पत्नी शांतना राय ने अखबार को बताया कि उनके पति को शाम के वक्त फोन किया गया था। शांतना के मुताबिक आरोपियों ने फोन कर ये तस्दीक की कि भबेश घर पर ही हैं। इसके बाद शाम करीब 5 बजे दो बाइक पर 4 लोग उनके घर पहुंचे और भबेश को अगवा कर नरबाड़ी गांव ले गए। शांतना राय के मुताबिक उनके पति से काफी मारपीट की गई। जब भबेश मारपीट से बेहोश होने लगे, तो उनको आरोपियों ने वापस घर भेज दिया। परिवार के लोग भबेश को एक अस्पताल ले गए। जहां उनको मृत घोषित कर दिया गया। अखबार के मुताबिक बिराल थाने के एसओ अब्दुस सबूर ने बताया कि केस दर्ज कर पुलिस आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी की कोशिश कर रही है।
बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार का 5 अगस्त 2024 को पतन हुआ था। जिसके बाद बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर पहले अत्याचार की शुरुआत हुई। कट्टरपंथियों ने हिंदू समुदाय पर हमले की 2000 से ज्यादा घटनाएं कीं। कई जगह हिंदुओं की जान ली गई। मंदिरों को तोड़ा गया और घरों में आगजनी की घटनाएं भी हुईं। बांग्लादेश में अल्पसंख्यक बौद्धों और ईसाइयों पर भी कट्टरपंथियों ने बीते 9 महीने में अत्याचार किए हैं। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार इतनी घटनाओं से लगातार इनकार करती रही है। वो कहती है कि 70 के आसपास घटनाएं राजनीतिक कारणों से हुई हैं।