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President Xi Jinping: राष्ट्रपति पद से बर्खास्त किए जाने के बाद नजरबंद किए गए शी जिनपिंग? सुब्रमण्यम स्वामी के ट्वीट ने सोशल मीडिया पर मचाया तहलका

नई दिल्ली। यूं तो चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग खुद को सुर्खियों की दुनिया से अलहदा रखना ही मुनासिब समझते हैं, लेकिन अभी खुद को सुर्खियों में आने से रोक नहीं पा रहे हैं। कभी फेसबुक, तो कभी ट्विटर, तो कभी गूगल और ना जाने कहां-कहां उनके नाम की खबरों ने खबरों की दुनिया में तहलका मचा कर रख दिया है। दरअसल, एकाएक ऐसी खबर सामने आई, जिसमें यह सनसनीखेज दावा किया गया कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को हाउस अरेस्ट कर दिया गया है और तो और उन्हें राष्ट्रपति के पद से बर्खास्त करने के बाद पीपुल्स लिबरेशन पार्टी ने चीन की सत्ता पर कब्जा जमा लिया है और कियाओमिंग खुद राष्ट्रपति की कुर्सी पर विराजमान हो चुके हैं। ध्यान रहे कि ऐसा सिर्फ और सिर्फ दावा किया जा रहा था और यह दावा किसी एक शख्स के द्वारा नहीं, बल्कि कई लोगों के द्वारा सोशल मीडिया पर किया जा रहा है, लेकिन जब ऐसा ही दावा बीजेपी नेता सुब्रमणयम स्वामी ने अपने ट्वीट में किया तो खबरों की दुनिया में नया तूफान आ गया।

चलिए, आगे हम आपको सुब्रमणयम स्वामी के ट्वीट के बारे में विस्तार से बताते हैं, लेकिन उससे पहले आप यह जान लीजिए कि आखिर इस खबर का स्रोत क्या है, तो आपको यह जानकर एक पल के लिए आश्चर्य हो सकता है कि अभी तक ना ही चीनी मीडिया ने और ना ही चीनी के किसी आलाधिकारियों ने इस संदर्भ में किसी भी प्रकार की सफाई पेश कर कोई बात कही है। ऐसी स्थिति में इस पूरे मसले को लेकर कयासों का बाजार भी गुलजार हो चुका है। लेकिन, अभी तक किसी भी अंतरराष्ट्रीय़ डेस्क में काम करने वाले पत्रकारों की ओर से इस पर किसी भी प्रकार का बयान जारी नहीं किया गया है और ना ही इसकी विश्ननयीता पर मुहर नहीं लगाई गई है, तो ऐसी स्थिति में इस पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी करना उचित नही रहेगा, लेकिन इस पूरे मामले में बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमणयम स्वामी ने क्या कुछ ट्वीट कर कहा है। आइए, आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।

दरअसल, बीजेपी नेता सुब्रमणयम स्वामी ने इस संदर्भ में ट्वीट कर कहा कि नई अफवाह की जांच की जाएगी: क्या शी जिनपिंग बीजिंग में नजरबंद हैं? जब शी हाल ही में समरकंद में थे, तब चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं को माना जाता था कि उन्होंने शी को पार्टी के सेना प्रभारी से हटा दिया था। फिर हाउस अरेस्ट हुआ। तो अफवाह चला जाता है। बता दें कि उन्होंने अपने ट्वीट में इन अफवाहों की जांच करने की मांग की है, ताकि मामले की सच्चाई सामने आ सकें।

लेकिन, इन अफवाहों की टाइमिंग पर जरा ध्यान दीजिएगा। ध्यान रहे कि यह अफवाहें ऐसे वक्त में उड़ाई गई हैं, जब जिनपिंग हाल में शंघाई सहयोग संगठन में शामिल हुए थे। हालांकि, अब इस पूरे मामले में एक बात तो साफ हो चुकी है कि इस खबर का कोई विश्ननीय स्रोत नहीं है। अब ऐसी स्थिति में यह अफवाहें आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश-दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम

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