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Pakistan : भारत के साथ बेहतर करो संबंध, तभी सुधरेंगे हालात, पीएम शाहबाज़ पर बरसी पाक मीडिया

इस्लामाबाद। मौजूदा वक्त में पाकिस्तान के आर्थिक हालात ठीक वैसे ही हैं जैसे कुछ समय पहले श्रीलंका के हुआ करते थे, पाकिस्तान पूरी तरीके से कंगाल होने की कगार पर खड़ा हुआ है। लेकिन इसके बावजूद भी पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आता। आर्थिक बदहाली झेल रहे पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में अब यह बात उठने लगी है कि हुक्मरानों के पुराने स्टैंड से यू-टर्न लेते हुए भारत के साथ आर्थिक रिश्तों को मजबूत करने का समय आ गया है। मीडिया में उठी ये मांग भारतीय उप उच्चायुक्त सुरेश कुमार के उस बयान के बाद आई है, जिसमें लाहौर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के एक कार्यक्रम में बोलते हुए कुमार ने शुक्रवार को सुझाव दिया था कि दशकों पुराने पाकिस्तान-भारत विवाद को हल करने के लिए दोनों देशों को गहरे और स्थायी आर्थिक संबंधों को फिर से शुरू करने की सख्त से सख्त जरूरत है।

आपको बता दें कि इस बारे में पाकिस्तान के मशहूर अखबार ‘डॉन’ में जो लेख छपा है उसके अनुसार, कुमार ने कहा, “भारत पाकिस्तान के साथ बेहतर संबंध की उम्मीद रखता है क्योंकि हम अपना भूगोल नहीं बदल सकते।” रिपोर्ट में कहा गया है कि कुमार ने दोनों देशों से व्यापार संबंधों को सामान्य करने का भी आह्वान किया। कुमार के इसी बयान के आधार पर इसी अखबार के संपादकीय में कहा गया है कि यह एक महत्वपूर्ण कदम है कि लाहौर चैंबर ने अपने समारोह में एक भारतीय अधिकारी को आमंत्रित किया और नई दिल्ली के प्रतिनिधि ने संबंधों को सुधारने की बात कही। अखबार ने संपादकीय में लिखा है कि यह जहरीली बयानबाजी के दौर को विदा करने का वक्त है जो पिछले कुछ वर्षों में देखा गया था। साल 2019 में पाकिस्तान ऑक्यूपाइड कश्मीर में जैसे हालात बने थे उसके बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ जो भी व्यापार होता था उसको रोक दिया था, इस मामले के बाद दोनों देशों के बीच रिश्तो में कोई खास सुधार नहीं देखा गया है।


गौरतलब है कि पाकिस्तानी अखबार डॉन के संपादकीय में कहा गया है कि इस समय यह एक असंभावित विकल्प की तरह लग सकता है, लेकिन वर्तमान में उदासीन द्विपक्षीय संबंधों को देखते हुए, अगर व्यापार संबंधों को फिर से बहाल कर दिया जाय तो पाकिस्तान की आर्थिक बदहाली से उपजे बुरे दिन दूर हो सकते हैं।अखबार ने यह भी लिखा है कि दोनों देशों के बेहतर व्यापार संबंधों से उपमहाद्वीप में अधिक अनुकूल माहौल बन सकता है। संपादकीय में कहा गया है कि कैसे पाकिस्तान और भारत के बीच व्यापारिक रिश्तो को बहाल करने की सख्त जरूरत है, जिससे कि आने वाले समय में आर्थिक स्थिति औए व्यापारिक सम्बंधों में सुधार लाया जा सके।

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