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अब इमरान को लगता है पड़ोसी देशों के लिए खतरा है भारत, कहा ‘नाजी’ बन गई है मोदी सरकार

नई दिल्ली। कोरोना संकट में जहां एक तरफ कई बड़े देश इसकी वैक्सीन खोजने में व्यस्त हैं तो वहीं कंगाली के कगार पर खड़े पाकिस्तान भारत के खिलाफ चालें चलने में मशगूल है। कोरोना से दुनियाभर में हो रही लाखों मौतों से बेखबर पाकिस्तान भारत के खिलाफ साजिशें करने में लगा हुआ है। बता दें कि पाक पीएम इमरान खान ने एक बार फिर ट्वीट कर मोदी सरकार आलोचना की है।

गौरतलब है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक ट्वीट के जरिए मोदी सरकार की नीतियों और पड़ोसी देशों से उसके रिश्तों पर विवादित बयान दिया है। इमरान बार-बार विश्व समुदाय से अपील कर रहे हैं कि भारत आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई का बहाना बनाकर सर्जिकल स्ट्राइक या एयर स्ट्राइक जैसा कदम उठा सकता है। हालांकि विश्व मंचों से समर्थन न मिलता देख अब इमरान ने भारत के पड़ोसी देशों को बरगलाने की कोशिश की है।

इमरान खान ने  अपने ट्वीट में कहा है कि, “हिंदू कट्टरपंथी मोदी सरकार अपनी विस्तारवादी नीतियों को ‘नाजी जर्मनी’ की तरह लागू कर रही है, ये भारत के पड़ोसी देशों के लिए खतरा बनती जा रही है। बांग्लादेश को सिटिजनशिप एक्ट, चीन और नेपाल के साथ सीमा विवाद और पाकिस्तान के खिलाफ ‘फर्जी’ कार्रवाई इसका उदाहरण है।”

इसके अलावा पाक पीएम ने एक और ट्वीट कर कहा कि, ‘हिंदू कट्टरपंथी मोदी सरकार अपनी विस्तारवादी नीतियों को ‘नाजी जर्मनी’ की तरह लागू कर रही है, ये भारत के पड़ोसी देशों के लिए खतरा बनती जा रही है। बांग्लादेश को सिटिजनशिप एक्ट, चीन और नेपाल के साथ सीमा विवाद और पाकिस्तान के खिलाफ ‘फर्जी’ कार्रवाई इसका उदाहरण है।’

बेबस पाकिस्तान भारत की कश्मीर नीति पर अक्सर सवाल उठाता रहता है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी इसमें पीछे नहीं है। कुरैशी और इमरान लगातार भारत में इस्लामोफ़ोबिया फैलने का आरोप लगा रहे हैं। हालांकि विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी के एक ट्वीट ने उनके खुद के लिए परेशानी खड़ी कर दीं और बाद में उन्हें उसे डिलीट ही करना पड़ा।

अपने ट्वीट में उन्होंने भारत के पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए ये लिखा कि पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र और इस्लामिक देशों के संगठन ओआईसी से बार बार अपील की है कि वो मोदी की द्रविड़ियन प्रभुत्व वाली विचारधारा की आलोचना करे, जिसमें इस्लामोफ़ोबिया और हिंसा के साथ-साथ क्षेत्रीय अस्थिरता भी लगातार जारी है।

अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हुसैन हक़्क़ानी ने लिखा, “ऐसा लगता है कि पाकिस्तानी विदेश मंत्री या उनके लिए जो भी ट्वीट करता है, उसे भारत का इतिहास और जातिगत उत्पति के बारे में कोई जानकारी नहीं है। मुख्य रूप से आर्यन उत्तर भारतीय को द्रविड़ियन प्रभुता वाली विचारधारा कहना पाकिस्तान के लिए तुर्की ओरिजिन का दावा करने से भी ज़्यादा बुरा है।” इसके बाद कुरैशी ट्रोल होने लगे और उन्होंने वह ट्वीट डिलीट कर एक नया ट्वीट किया।

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