गाजा। गाजा में हमास आतंकियों के खिलाफ इजरायल का हमला जारी है। शुक्रवार के बाद शनिवार को भी इजरायल के विमानों ने गाजा में हमास के ठिकानों पर बमबारी जारी रखी हुई है। इस बीच, इजरायल के रक्षा विभाग ने दावा किया है कि गाजा में हमास ने इजरायल और अन्य देशों के 120 से ज्यादा बंधकों को रखा हुआ है। इन सभी को 7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर हुए हमले के दौरान बंधक बनाया था। इजरायली सेना ने कहा है कि हमास के खिलाफ अगले चरण के हमले की तैयारी की गई है। गाजा में हमास की सैनिक क्षमता को पूरी तरह खत्म करने के लिए इजरायल के रिजर्व सैनिक तैयार हैं। इजरायल ने शुक्रवार को गाजा में कुछ संख्या में सेना के जवान और टैंक भेजकर छोटा अभियान भी चलाया था।
UPDATE: As of this time, the IDF has confirmed that over 120 civilians are being held captive in Gaza by the Hamas terrorist organization. pic.twitter.com/AT75iC8TmY
— Israel Defense Forces (@IDF) October 14, 2023
इजरायल की सेना का कहना है कि उसका इरादा स्पष्ट है। इरादा ये कि हमास का ऐसा अंत किया जाए, जिससे वो फिर कभी इजरायल के लोगों या सैनिकों पर हमले न कर सके। माना जा रहा है कि इजरायल अब हमास के बड़े नेताओं को भी निशाना बनाएगा। हालांकि बताया ये जा रहा है कि हमास के सभी बड़े नेता कतर में रहते हैं। कतर उन देशों में है, जिसने गाजा में इजरायल के हमलों का विरोध किया है और फिलिस्तीन के नागरिकों की बिजली-पानी सप्लाई बंद करने और भोजन सामग्री न पहुंचने देने का मुद्दा उठाया है। इजरायल की सेना ने 7 अक्टूबर को हमास के आतंकी हमले के बाद ही उसके खिलाफ युद्ध का एलान किया था। तभी से वो गाजा पर विमानों से ताबड़तोड़ बम बरसा रही है।
हमास के खिलाफ इजरायल के युद्ध से गाजा में 2.50 लाख के करीब फिलिस्तीन के नागरिकों के बेघर होने की बात सामने आई है। 1400 से ज्यादा लोग गाजा में मारे जा चुके हैं। गाजा में 22000 से ज्यादा घर बमबारी में इजरायल जमींदोज कर चुका है। 90 शैक्षिक संस्थान, 18 मस्जिद, 19 मेडिकल सेंटर ध्वस्त किए गए हैं। मीडिया के भी 49 दफ्तर गिराए जा चुके हैं। 20 एंबुलेंस भी बमबारी की जद में आकर नष्ट हुए हैं। अब उत्तरी गाजा से लोग इजरायल की चेतावनी के बाद भागकर दक्षिण की तरफ जा रहे हैं। हमास ने दावा किया है कि दक्षिण की तरफ पलायन कर रहे गाजा के आम लोगों पर इजरायली विमानों ने बम बरसा दिए। इससे 70 लोगों की मौत होने की बात कही जा रही है। इजरायल की सेना ने इस पर अभी प्रतिक्रिया नहीं दी है।