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Israel War On Hamas: गाजा में हमास के ठिकाने खोज-खोजकर नष्ट कर रही इजरायली सेना, सुर बदलकर अब अमेरिका बोला- आतंकियों और आम नागरिकों में करें अंतर

israel forces enters gaza against hamas

यरुशलम/वॉशिंगटन। आतंकी संगठन हमास को जड़ से खत्म करने के लिए गाजा में इजरायल की सेना का अभियान जारी है। इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतनयाहू ने हमास को पूरी तरह खत्म करने तक जंग जारी रहने का एलान किया था। गाजा में हमास के सैकड़ों ठिकानों और भूमिगत सुरंगों को इजरायल के लड़ाकू विमान बमों से निशाना बना रहे हैं। इजरायल की सेना का दावा है कि हमास ने मस्जिदों, अस्पतालों, स्कूलों और आम लोगों के घरों के बीच सुरंगों का जाल बिछा रखा है। ताकि हमले की सूरत में गाजा के आम नागरिकों को नुकसान पहुंचे। खबर इस बीच ये भी है कि गाजा में इंटरनेट और मोबाइल सेवा थोड़ी बहुत बहाल कर दी गई है। इजरायल ने बीते शुक्रवार को गाजा में मोबाइल और इंटरनेट सेवा बंद कर दी थी। आज सुबह इजरायल ने सीरिया में भी वहां की सेना के ठिकानों पर बमबारी की। उधर, गाजा में आम नागरिकों के मसले पर अमेरिका ने भी अपना सुर बदला है।

गाजा में चारों तरफ विध्वंस के निशान हैं। गाजा में ज्यादातर जगह हमास के आतंकियों के खिलाफ बमबारी कर बड़ी-बड़ी बिल्डिंगों को धूल में मिला दिया है। इजरायल की सेना ने गाजा में रहने वाले सभी फिलिस्तीनी नागरिकों को तुरंत दक्षिण में जाने के लिए कहा था। ताकि वो हमास के खिलाफ बड़े पैमाने पर जंग छेड़ सके। इसकी वजह से 10 लाख से भी ज्यादा लोग विस्थापित हुए हैं। 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हमास के आतंकियों ने भीषण हमला किया था। इसमें इजरायल के 1400 लोग मारे गए थे। हमास के आतंकी इजरायल और अन्य देशों के 200 से ज्यादा बंधक भी बनाकर गाजा ले गए थे। इनमें से अब तक 4 बंधकों को हमास ने छोड़ा है। अपुष्ट खबरों के मुताबिक रूस के कई बंधकों को भी हमास ने छोड़ दिया है। हमास ने बाकी करीब 220 बंधकों को छोड़ने के लिए शर्त रखी है कि इजरायल भी अपनी जेलों में बंद सभी फिलिस्तीनी नागरिकों को रिहा करे। इजरायल ने हमास की ये शर्त नहीं मानी है।

गाजा में फिलिस्तीन के स्वास्थ्य विभाग ने दावा किया है कि अब तक इजरायल के हमले में 8000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है और 16000 से ज्यादा घायल हैं। मरने वालों में आधे बच्चे होने की बात कही जा रही है। ऐसे में रविवार को पोप फ्रांसिस ने युद्धविराम और सभी बंधकों को छोड़ने का आह्वान किया। जबकि, ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रॉ ने भी इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतनयाहू को फोन कर गाजा के हालात को लेकर चिंता जताई। वहीं, हमास के खिलाफ इजरायल के साथ खड़े अमेरिका का भी सुर बदला दिख रहा है। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन ने कहा कि गाजा में हमास के आतंकियों और आम फिलिस्तीनियों के बीच अंतर का पता करने के लिए हर जरूरी तरीके का इस्तेमाल इजरायल को करना चाहिए। वेस्ट बैंक में भी चरमपंथी यहूदियों की तरफ से की जा रही हिंसा की घटनाओं पर जैक सुलिवन ने चिंता जताई और कहा कि बेंजामिन नेतनयाहू को इन पर रोक लगानी चाहिए।

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