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Pakistan: भारतीय विमान को अगवा कर जैश सरगना को छुड़ाने वाले आतंकी की हत्या, कराची में नाम बदलकर रह रहा था

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कराची। काठमांडू से इंडियन एयरलाइंस फ्लाइट को अगवा कर भारत में कैद जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर समेत 5 आतंकियों को छुड़ाने वाले आतंकियों में शामिल जहूर इब्राहिम की कराची में हत्या हो गई है। वो जाहिद अखुंद के फर्जी नाम से कराची में रह रहा था और फर्नीचर का व्यापार कर रहा था। बता दें कि साल 1999 की 24 दिसंबर को काठमांडू से नई दिल्ली आ रही फ्लाइट आईसी-814 का अपहरण कर उसे अफगानिस्तान के कंधार ले जाया गया था। फ्लाइट को अगवा करने वाले आतंकियों ने मसूद अजहर समेत 5 लोगों को जेल से छोड़ने की मांग की थी। एक यात्री की हत्या भी उन्होंने की थी। जिसके बाद तत्कालीन अटल बिहारी सरकार ने मांग के आगे झुकते हुए मसूद अजहर और अन्य आतंकियों को रिहा कर उन्हें कंधार पहुंचाया था।

मीडिया की खबरों के मुताबिक जहूर की हत्या कराची की अख्तर कॉलोनी में की गई। दो लोग बाइक पर आए और उन्होंने जहूर की हत्या कर दी और आराम से फरार हो गए। जहूर के सिर में दो गोली मारी गई और उसने मौके पर ही जान गंवा दी। सीसीटीवी में बाइक सवार हत्यारे दिखे और वे पहले रेकी भी कर चुके थे। एक ने हेलमेट पहन रखा था और दूसरे ने मास्क से चेहरा छिपाया हुआ था। दोनों ने अपनी पहचान इस तरह छिपा रखी थी कि पुलिस को तलाशने में दिक्कत हो। पुलिस के पास बाइक का नंबर तक नहीं है।

जहूर इब्राहिम को कराची में ही दफनाया गया है। बताया जा रहा है कि उसके जनाजे में जैश सरगना मसूद अजहर का भाई रऊफ असगर भी शामिल हुआ था। जहूर ने ही विमान में सवार रिपन कात्याल की चाकू से मारकर हत्या कर दी थी। उसके साथ मसूद अजहर अल्वी, सैयद उमर शेख और मुश्ताक अहमद जरगर भी थे। भारत की एजेंसियां अब भी इन्हें तलाश रही हैं। इन सभी ने मसूद अजहर समेत 5 आतंकियों को रिहा कराने के बाद विमान में सवार 170 लोगों को छोड़ा था।

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