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Who is Farida Moradkhani: जानिए कौन है ईरानी शेरनी फरीदा मोरादखानी? जिन्होंने हिजाब मुद्दे पर ईरान सरकार की खड़ी कर दी खटिया

नई दिल्ली। खबर तो लग ही गई होगी आपको कि ईरान सरकार ने हिजाब के विरोध में विगत दो माह से जारी प्रदर्शन के मद्देनजर नैतिकता पुलिस बल को भंग कर दिया है। जिसे प्रदर्शनकारी महिलाओं की बड़ी जीत बताया जा रहा है। दरअसल, प्रदर्शनकारी महिला नैतिकता पुलिस को भंग करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। बता दें, बीते 21 सितंबर को नैतिकता पुलिस की हिरासत में महसा अमिनी की मौत हो गई थी। जिसके बाद पूरे देश में उबाल देखा गया था। ईरानी महिलाएं सड़कों पर आकर नैतिकता पुलिस को भंग करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रही थीं। दरअसल, महसा अमिनी को नैतिकता पुलिस ने हिजाब पहनने की वजह से गिरफ्तार कर लिया था। जिसके बाद उसकी हिरासत में मौत हो गई थी। जिसे लेकर ईरानी महिलाओं में आक्रोश अपने चरम पर पहुंच गया था।

यह उसी के आक्रोश का नतीजा था कि सभी ईरानी महिलाएं सड़कों पर आकर विरोध-प्रदर्शन कर रही थीं। ईरान के साथ-साथ कई इस्लामिक देशों में इस विरोध प्रदर्शन की आंच पहुंच चुकी थी। जिसके बाद सभी इस्लामिक देशों ने एकजुट होकर हिजाब के खिलाफ विरोध किया था। लेकिन, इस बीच भारत में हिजाब के हक में प्रदर्शन वाली बात लोगों को कुछ हजम नहीं हो रही थी। खैर, इस बीच ईरान में प्रदर्शनकारी महिलाओं को फरीदा मोरादखानी का साथ मिला। उन्होंने खुलेआम हिजाब को लेकर ईरानी हुकूमत का विरोध किया। उन्होंने सरकार से नैतिकता पुलिस बल को भंग करने की मांग की। इस बीच किसी ने स्कॉर्फ उतारकर अपने विरोध का इजहार किया, तो किसी ने अपने बाल काटकर तो किसी ने सरकार विरोधी नारे लगाकर अपने विरोध की नुमाइश की।

इतना ही नहीं, फरीदा मोरादखानी पर कई तरह के आरोप लग चुके हैं। आप उनके ऊपर लगाए गए आरोपों की गंभीरता का अंदाजा महज इसी से लगा सकते हैं कि उनकी गिरफ्तारी की नौबत भी आ चुकी है। लेकिन, फरीदा मोरादखानी ने हौसलें पस्त नहीं हुए। उन्होंने ईरानी सरकार से लोहा लेते हुए नैतिकता पुलिस बल को खत्म करने की मांग की। आपको बता दें कि फरीदा मोरादखानी ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खमेनेई की भांजी हैं। वह एक शिया मोलवी की बेटी और कार्यकर्ता हैं। इससे पहले उन्हें 23 नवंबर को सरकार के विरोध में बयान देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि वो तेहरान स्थित जेल में बंद हैं, तो कुछ रिपोर्ट में दावा किया गया है कि वो अब सलाखों से बाहर आ चुकी हैं, लेकिन वर्तमान में उनके ऊपर जिस तरह के आरोप लगे हैं, उसे देखते हुए माना जा रहा है कि अतिशीघ्र ही उनकी गिरफ्तारी हो सकती है। उनके पिता एक शिया मोलवी थें, जो बाद में ईरानी सरकार के बड़े आलोचक बन गए। बताया जा रहा है कि अगर इस बार उनकी गिरफ्तारी होती है, तो उन्हें 15 साल की कैद हो सकती है। इससे पहले साल 2021 में भी उनकी गिरफ्तारी हुई थी। बहरहाल, वर्तमान में ईरान में हिजाब के मुद्दे को लेकर राजनीति अपने चरम पर है। अब ऐसी स्थिति में आगामी दिनों में ईरान की राजनीति क्या रुख अख्तियार करेगी। इस पर सभी की नगाहें टिकी रहेंगी।

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