इस्लामाबाद। पाकिस्तान में आजकल सवेरा प्रकाश की चर्चा है। सवेरा प्रकाश महिला हैं और पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय से आती हैं। दरअसल, सवेरा प्रकाश की चर्चा पाकिस्तान में अगले साल 8 फरवरी को होने वाले आम चुनाव की वजह से हो रही है। पाकिस्तान में आम चुनाव में पहली बार हिंदू उम्मीदवार सवेरा प्रकाश भी मैदान में उतरने जा रही हैं। सवेरा प्रकाश ने खैबर पख्तूनख्वा जिले के बुनेर से अपना नामांकन दाखिल किया है। पाकिस्तान के अखबार डॉन के मुताबिक पीके-25 सीट से सवेरा प्रकाश ने संसदीय चुनाव के लिए अपना परचा भरा है। सवेरा प्रकाश के पिता का नाम ओम प्रकाश है। ओम प्रकाश पहले बेनजीर भुट्टो की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के मेंबर रह चुके हैं और अब पीपीपी ने सवेरा प्रकाश को संसदीय चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया है।
डॉन में छपी खबर के मुताबिक सवेरा प्रकाश ने बुनेर की सामान्य सीट से परचा भरा है। सवेरा प्रकाश के बारे में अखबार ने बताया है कि वो पेशे से डॉक्टर हैं। सवेरा प्रकाश ने एबटाबाद के इंटरनेशनल मेडिकल कॉलेज से 2022 में मेडिकल की डिग्री हासिल की है। वो पाकिस्तान में संसदीय चुनाव लड़ने वाली पहली हिंदू महिला हैं। सवेरा प्रकाश को पीपीपी ने महिला विंग का महासचिव पद सौंप रखा है। उन्होंने महिलाओं के लिए काम किया है और इस वजह से चर्चा में रही हैं। सवेरा प्रकाश ने पर्यावरण को बचाने के लिए भी काफी काम किया है। महिलाओं के विकास, उनकी उपेक्षा और दमन जैसे मामलों में भी सवेरा प्रकाश मुखर रही हैं। सवेरा प्रकाश का कहना है कि संसद में पहुंचकर वो महिलाओं के मुद्दों को जोर-शोर से उठाएंगी और सरकार से उनके लिए हल खोजने को कहेंगी।
डॉन अखबार से सवेरा प्रकाश ने कहा कि वो वंचितों के हित के लिए काम करेंगी। सवेरा ने उम्मीद जताई कि पीपीपी का नेतृत्व उनका समर्थन करेगा। सवेरा प्रकाश का कहना है कि लोगों की सेवा करना उनके खून में शामिल है। सवेरा के मुताबिक वो संसद में जाना चाहती थीं। वो सरकारी अस्पतालों में खराब हालत को भी सुधारना चाहती हैं। पाकिस्तान में सामान्य सीटों पर 5 फीसदी महिला उम्मीदवार उतर सकती हैं। इसी के तहत सवेरा प्रकाश ने अपना परचा दाखिल किया है। अगर वो चुनाव जीतती हैं, तो पाकिस्तान के संसद में पहुंचने वाली पहली हिंदू महिला होंगी।