वेटिकन सिटी। पोप फ्रांसिस का पार्थिव शरीर वेटिकन सिटी में जनता और कैथोलिक ईसाइयों के दर्शनों के लिए रखा गया है। हर घंटे हजारों लोगों का हुजूम पोप फ्रांसिस के पार्थिव शरीर के दर्शन कर रहा है। पोप फ्रांसिस के पार्थिव शरीर को खुले कॉफिन में रखा गया है। जिसके दोनों तरफ वेटिकन के सैनिक हाथों में भाला लेकर पहरा दे रहे हैं। ताजा जानकारी के मुताबिक पोप फ्रांसिस का अंतिम संस्कार शनिवार को किया जाएगा। इसके बाद मौजूदा कार्डिनलों में से नए पोप का चुनाव किया जाएगा।
Cardinal Camerlengo Kevin Farrell presides over the rite of the ascertainment of death and the placement of the late Pope Francis’ body in the coffin, which took place on Monday evening in the chapel of the Casa Santa Marta. pic.twitter.com/63aPKTW9nD
— Vatican News (@VaticanNews) April 22, 2025
पोप फ्रांसिस 88 साल के थे। पोप फ्रांसिस का निधन सोमवार को हो गया था। फरवरी में सांस संबंधी दिक्कत के कारण पोप फ्रांसिस काफी दिन अस्पताल में भी रहे थे। डॉक्टरों ने स्वास्थ्य में सुधार के बाद उनको घर भेज दिया था। पोप फ्रांसिस रविवार को भी ठीक थे। भारत आते वक्त अमेरिका के उप राष्ट्रपति जेडी वेंस ने पोप फ्रांसिस से मुलाकात और बातचीत भी की थी। डॉक्टर के मुताबिक निधन से पहले पोप फ्रांसिस अचानक कोमा में चले गए थे। जिसके बाद हार्ट अटैक आया और इससे उनको जान गंवानी पड़ी।
Cardinal Kevin Farrell, Cardinal Pietro Parolin, and Archbishop Edgar Peña Parra seal the doors of the papal apartment in the Apostolic Palace and the door to the apartment of the Casa Santa Marta, where the late Pope Francis lived.
The rite of the certification of death and… pic.twitter.com/PP6j4SbqPr
— Vatican News (@VaticanNews) April 21, 2025
पोप फ्रांसिस मूल रूप से अर्जेंटीना के निवासी थे। उन्होंने ईसाई धर्मगुरु बनने की राह चुनने से पहले एक क्लब में बाउंसर का काम भी किया था। वेटिकन के इतिहास में बीते 1000 साल में वो पोप का पद पाने वाले पहले गैर यूरोपीय व्यक्ति थे। पोप का पद पाने के बाद फ्रांसिस ने हमेशा गरीबों और दुखियारों की मदद की बात कही। पीएम नरेंद्र मोदी भी उनसे मुलाकात के दौरान बहुत प्रभावित हुए थे। पोप फ्रांसिस ने पीएम मोदी को बहुत ही सम्मान दिया था। बहरहाल, अब पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार के बाद दुनियाभर के सभी कैथोलिक कार्डिनल वेटिकन में इकट्ठा बैठेंगे। जहां वोटिंग होगी और जिसके पक्ष में ज्यादातर वोट पड़ेंगे, उसे अगला पोप घोषित किया जाएगा। माना जा रहा है कि मई के पहले हफ्ते तक वेटिकन को नया पोप मिल जाएगा।