ढाका। शेख हसीना के पीएम पद से हटने के बाद बांग्लादेश की अंतरिम सरकार लगातार भारत विरोधी कदम उठा रही है। हिंदुओं पर भी अत्याचार हो रहा है। बीते दिनों बांग्लादेश के एक पत्रकार ने कहा था कि अगर उनके देश को उकसाया गया, तो उसकी सेना पश्चिम बंगाल, बिहार और ओडिशा पर कब्जा कर लेगी। अब बांग्लादेश की अंतरिम सरकार में सलाहकार कट्टरपंथी इस्लामी नेता महफूज आलम ने भारत के खिलाफ एक सोशल मीडिया पोस्ट किया। अपने सोशल मीडिया पोस्ट में बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के सलाहकार महफूज आलम ने पश्चिम बंगाल, असम और त्रिपुरा को अपने देश का हिस्सा दिखाया। जब इस पर विवाद हुआ, तो महफूज आलम ने पोस्ट डिलीट कर दिया। देखिए महफूज आलम ने सोशल मीडिया पोस्ट में किस तरह भारत के खिलाफ जहर उगला था।
महफूज आलम ने अपनी पोस्ट में दावा किया था कि पूर्वोत्तर भारत और बांग्लादेश की जनता की संस्कृति एक जैसी है। महफूज आलम ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में ये भी लिखा था कि भारत में अगड़ों और हिंदू कट्टरपंथियों के कारण पूर्वी पाकिस्तान बना था। उन्होंने 1975 और 2024 की घटनाओं को दोहराने की जरूरत भी अपने सोशल मीडिया पोस्ट में बताई थी। खास बात ये है कि महफूज आलम ने ये पोस्ट 16 दिसंबर को किया था। इसी तारीख को भारत ने पाकिस्तान से बांग्लादेश को अलग किया था। भारत में 16 दिसंबर की तारीख विजय दिवस के तौर पर मनाई जाती है। महफूज आलम ने सोशल मीडिया पोस्ट में ये भी लिखा था कि मुजीब-उर-रहमान और परिवार के लोगों की 1975 में हुई हत्या और अब शेख हसीना को सत्ता से हटाए जाने के बीच 50 साल का अंतर है, लेकिन हालात नहीं बदले हैं। महफूज ने लिखा था कि बांग्लादेश को नई व्यवस्था और भूगोल की जरूरत है।
बांग्लादेश की सरकार के सलाहकार महफूज आलम ने भारत के इलाकों पर दावा करने वाले नक्शे के साथ पोस्ट में ये भी लिखा था कि उनका देश अब भी अपनी मुक्ति की तलाश कर रहा है। महफूज आलम ने ये भी लिखा कि ये शुरुआत है। महफूज खुद को छात्र नेता बताता है और भारत विरोधी भावनाओं को पहले भी भड़का चुका है। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने महफूज आलम को शेख हसीना को सत्ता से हटाने के ऑपरेशन का मास्टरमाइंड भी बताया था।