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जानिए पाक को सपोर्ट करने वाले देश मलेशिया ने क्यों कहा कि हम भारत से बदला नहीं ले सकते

Mahathir bin Mohamad pm modi

नई दिल्ली। पाकिस्तान से हमदर्दी रखने वाला मलेशिया इन दिनों बेबस सा नजर आ रहा है। दरअसल कश्मीर से धारा 370 हटने और नागरिकता संशोधन कानून को लेकर मलेशिया ने भारत के खिलाफ टिप्पणी की थी, जिसका खामियाजा मलेशिया को उससे पाम तेल की खरीददारी में कटौती होने से चुकानी पड़ रही है।

भारत ने मलेशिया से पाम तेल के आयात पर भारी कटौती की

आपको बता दें कि मलेशिया के रुख को देखते हुए भारत ने मलेशिया से पाम तेल के आयात पर भारी कटौती कर दी है। चूंकि मलेशिया पूरी दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा पाम तेल का उत्पादक देश है इसलिए उस पर सबसे बड़े आयातक देश भारत के बहिष्कार का बड़ा झटका लगा है। बता दें कि भारत पिछले पांच सालों से मलेशियाई पाम तेल का सबसे बड़ा बाजार रहा है। भारत की कटौती के बाद अब उसे नया बाजार ढूंढना होगा जबकि इतनी बड़ी मात्रा में उससे तेल खरीदने वाला कोई एक बाजार मिलना बेहद मुश्किल है।

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भारत की तरफ से पाम ऑयल के आयात में कटौती के बाद मलेशिया बुरी तरह से परेशान है। बेबसी में प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने भारत के इस कदम को बेबस होकर स्वीकार कर लिया है और कहा है कि, भारत जैसी विशाल अर्थव्यवस्था के सामने मलेशिया कहीं नहीं टिकता है। इसलिए पाम ऑइल का बहिष्कार करने पर वह भारत के खिलाफ कोई जवाबी कार्रवाई नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि ऐसे विशाल मजबूत देश के खिलाफ जवाबी कार्रवाई का सवाल ही नहीं उठता।

मलेशियाई बाजार लड़खड़ा गया है

मलयेशियाई प्रधानमंत्री ने कहा कि हम जवाबी कार्रवाई करने के लिहाज से बहुत छोटे हैं। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि हमें इससे उबरने का तरीका और साधन ढूंढना होगा। उधर भारत द्वारा की गई आयात में कटौती से मलेशियाई बाजार लड़खड़ा गया है। भारत जैसे बड़े बाजार में निर्यात बुरी तरह प्रभावित होने के चलते पिछले सप्ताह फ्यूचर मार्केट में बेंचमार्क मलयेशियाई पाम ऑइल के दाम 10 फीसदी तक गिर गए। यह पिछले 11 साल की सबसे बड़ी गिरावट है। इस गिरावट से मलयेशिया बुरी तरह परेशान है और वह अब भारत से दोबारा बातचीत करने के लिए बहाने तलाश कर रहा है। गौरतलब है कि भारत सालाना रूप से करीब 90 लाख टन पाम तेल मलेशिया से आयात करता है।

जाकिर नाइक को स्थायी वीजा देना

पाक पर प्यार लुटाने के लिए ही भारत खफा हो, ऐसा नहीं है, भारत की मलेशिया से नाराजगी इससे पहले भी देखी जा चुकी है। बता दें कि भारत के विवादित धार्मिक नेता जाकिर नाइक को स्थायी वीजा देने के चलते भी उसे भारत के आक्रोश का सामना करना पड़ा था। भारत से भागे विवादित इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाइक पिछले तीन सालों से मलेशिया में रह रहा है जबकि उस पर भारत में मनी लांड्रिंग समेत कई मामले लंबित हैं।

भारत जिस तरह से मलेशिया को बड़े ही गुपचुप तरीके से सबक सिखाने की चाल चल चुका है, उससे तो यही लग रहा है मुस्लिम बाहुल्य देश मलेशिया को बहुत जल्द अक्ल आ जाएगी।

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