नई दिल्ली। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने दावा किया है कि एक एस्टेरॉयड जो धरती की तरफ बढ़ रहा अगर वो एस्टेरॉयड धरती से टकरा गया तो इस टक्कर से सैकड़ों वर्ग किलोमीटर जमीन समतल हो सकती है। उस एस्टेरॉयड के धरती से टकराने के कारण बहुत बड़ी तबाही मच सकती है। इस एस्टेरॉयड का आकार लगभग 300 फीट (90 मीटर) तक हो सकता है जो धरती पर एक पूरे शहर को तबाह करने की क्षमता रखता है। इस एस्टेरॉयड को 2024 YR4 नाम दिया गया है। नासा ने एक वीडियो के जरिए इसकी झलक भी दिखाई है।
<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”en” dir=”ltr”>Scientists are monitoring an asteroid that has a chance — albeit small — of hitting Earth. But there’s no need to panic just yet. Asteroid 2024 YR4 has an almost 99% chance of safely passing Earth on December 22, 2032 <a href=”https://t.co/3LdL3lciw0″>pic.twitter.com/3LdL3lciw0</a></p>— Reuters Science News (@ReutersScience) <a href=”https://twitter.com/ReutersScience/status/1886861030002757666?ref_src=twsrc%5Etfw”>February 4, 2025</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>
नासा के वैज्ञानिकों के मुताबिक एस्टेरॉयड 2024 YR4 के धरती से टकराने की संभावना जो पहले 1.8 प्रतिशत जताई जा रही थी अब वो बढ़कर 2.3 प्रतिशत हो गई है। स्पेस एजेंसी के अनुसार, 22 दिसंबर 2032 को यह एस्टेरॉयड पृथ्वी के सबसे पास होगा और तभी इसके टकराने की संभावना है। हालांकि द गार्जियन के मुताबिक इस संबंध में यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबर्ग के प्रोफेसर कोलिन स्नोडग्रास का कहना है कि इस बात की उम्मीद सबसे ज्यादा है कि एस्टेरॉयड 2024 YR4 पृथ्वी को बिना किसी तरह का कोई नुकसान पहुंचाए उसके पास से गुजर जाएगा। उन्होंने कहा कि जब यह धरती के सबसे पास होगा तब हमें इसके और ज्यादा अध्ययन करने की जरूरत है, ताकि इस बात का सही अनुमान लगाया जा सके कि यह किस कक्षा का है।
वैसे एजेंसी के वैज्ञानिकों के अनुसार 99 प्रतिशत अनुमान है कि यह एस्टेरॉयड धरती से बिना टकराए निकल जाएगा। बहुत साल पहले सन 1908 में साइबेरिया के तुंगुस्का जंगल में एक बड़ा एस्टेरॉयड विस्फोट हुआ था। जिसके चलते 830 वर्ग मील (2,150 वर्ग किमी) का क्षेत्र तबाह हो गया था। जैसे ही वह एस्टेरॉयड पृथ्वी के वातावरण में घुसा उसमें विस्फोट हो गया था। हालांकि उससे कोई क्रेटर नहीं बना थे, पर्यावरण को बहुत नुकसान पहुंचा था और लेकिन लाखों पेड़ नष्ट हो गए थे।