ओटावा। एक तरफ कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का ठीकरा बिना सबूत के भारत पर फोड़ रहे हैं। वहीं, रविवार को कनाडा की संसद में हिटलर की फौज में रहे और यहूदियों की हत्या करने वाले एक नाजी और युद्ध अपराधी को सांसदों ने खड़े होकर सम्मान दिया। कनाडा की संसद में ये शर्मनाक वाकया उस वक्त हुआ, जब पीएम जस्टिन ट्रूडो और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलिंस्की वहां मौजूद थे। कनाडा की संसद में हिटलर की फौज का ये नाजी भी बैठा था। हिटलर की सेना के इस नाजी के बारे में कनाडा की संसद में बताया गया कि दूसरे विश्व युद्ध में वो रूस के खिलाफ लड़ा था। जिसके बाद ट्रूडो और जेलिंस्की समेत सभी सांसदों ने खड़े होकर इस नाजी को सम्मान दिया। देखिए वीडियो।
Canada gives standing ovation to a Nazi involved in Jewish Holocaust! 🤦♂️
Ukrainian veteran of the infamous 14th Waffen Grenadier Division of the Nazi SS – which actively participated in the genocide of Jews – was celebrated with a standing ovation in the Canadian Parliament. pic.twitter.com/38eos5bLVR
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) September 24, 2023
हिटलर की फौज के जिस नाजी को कनाडा की संसद में सम्मान दिया गया, वो दूसरे विश्व युद्ध के दौरान यहूदियों की हत्या में शामिल रहे 14वें वाफेन ग्रेनेडियर में था। 14वें वाफेन ग्रेनेडियर का संबंध हिटलर की एसएस नामक खुफिया इकाई से रहा। एसएस ने ही दूसरे विश्व युद्ध के दौरान और पहले यहूदियों का नरसंहार किया था। कनाडा की संसद में हिटलर की फौज के अफसर को सम्मान दिए जाने की जानकारी सार्वजनिक होते ही वहां हड़कंप मच गया। कनाडा की संसद के स्पीकर एंटनी रोटा ने यहूदियों के हत्यारे और इस वजह से मुकदमे का सामना करने वाले नाजी सैन्य अफसर को बुलाए जाने और सम्मान देने पर खेद जताया। रोटा ने बयान जारी कर कहा कि वो एक नाजी और युद्ध अपराधी को संसद में सम्मान दिए जाने के लिए कनाडा और पूरी दुनिया के यहूदियों से माफी मांगते हैं।
बता दें कि यूक्रेन और रूस की जंग जारी है। इस जंग के दौरान रूस ने कई बार यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलिंस्की पर नाजी समर्थक होने का आरोप लगाया है। अब जेलेंस्की की मौजूदगी में कनाडा की संसद में जिस तरह एक नाजी का सम्मान हुआ, उससे रूस को इस मामले में और तीखा हमला बोलने का मौका मिलेगा। वहीं, पूरी दुनिया में कनाडा की बेइज्जती होनी तय है। किस तरह एक नाजी और युद्ध अपराधी कनाडा की संसद में सम्मान पाता है, ये भी तमाम सवाल खड़े करता है।