नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत पाकिस्तान के खिलाफ कई बड़े एक्शन ले चुका है। पाकिस्तान पर भारत अब एक और आर्थिक चोट करने जा रहा है। भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज इटली के मिलान में एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) के अध्यक्ष मासातो कांडा से मुलाकात की और पाकिस्तान को दी जाने वाली आर्थिक मदद रोकने का अनुरोध किया। वित्त मंत्री का कहना है कि आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले किसी भी देश को आर्थिक मदद मुहैया नहीं कराई जानी चाहिए। इतना ही नहीं निर्मला सीतारमण ने अपने इटैलियन समकक्ष जियानकार्लो जियोर्जेट्टी से मिलकर उनसे भी यह मांग की।
दरअसल भारत चाहता है कि पाकिस्तान को फायनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की ग्रे सूची में डाल दिया जाए ताकि उसको आर्थिक रूप से मिलने वाली वैश्विक मदद बंद हो सके। आपको बता दें कि पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति को देखते हुए उसे एडीबी बैंक समेत तमाम अन्य वैश्चिक संस्थाओं से हर साल लाखों डॉलर की मदद दी जाती है। भारतीय वित्त मंत्रालय ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और एडीबी के अध्यक्ष मासातो कांडा की मुलाकात का फोटो सोशल मीडिया पर शेयर किया है।
वित्त मंत्रालय के मुताबिक एडीबी अध्यक्ष को वित्त मंत्री ने बताया कि 58वीं एडीबी वार्षिक बैठक के दौरान निर्मला सीतारमण ने दोहराया कि भारत का निजी क्षेत्र के नेतृत्व वाली आर्थिक वृद्धि पर ध्यान केंद्रित है। भारत में दिवालियापन संहिता (आईबीसी), कॉर्पोरेट कर दर में कमी और जीएसटी कार्यान्वयन, उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन (पीएलआई), राष्ट्रीय अवसंरचना पाइपलाइन (एनआईपी), गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान और स्टार्टअप इंडिया जैसी साहसिक पहलों के माध्यम से लगातार अनुकूल नीति और नियामक पारिस्थितिकी तंत्र बना रही है, ताकि व्यापार करने में आसानी हो। एडीबी अध्यक्ष मासातो ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत 2047’ के लक्ष्य के अनुसार विकास योजनाओं में सहयोग करने की बात कही है।