नई दिल्ली। दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों की श्रेणी में गिने जाने वाले नोबेल शांति पुरस्कार का ऐलान हो चुका है भारत भारत से भी इस नोबल पुरस्कार के लिए कुछ नाम शामिल किए गए थे जिसमें फैक्ट चेक वेबसाइट ऑल्ट न्यूज़ के सह-संस्थापक जुबैर और प्रतीक सिन्हा का नाम शामिल था। लेकिन इस पुरस्कार की दौड़ में वो पीछे रह गए।
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The Norwegian Nobel Committee has decided to award the 2022 #NobelPeacePrize to human rights advocate Ales Bialiatski from Belarus, the Russian human rights organisation Memorial and the Ukrainian human rights organisation Center for Civil Liberties. #NobelPrize pic.twitter.com/9YBdkJpDLU— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 7, 2022
नॉर्वे की नोबेल कमेटी ने 2022 में शांति पुरस्कार के लिए बेलारूस के मानवाधिकार अधिवक्ता एलेस बालियात्स्की (Ales Bialiatski) का नाम चुना है। इसके साथ ही रूसी मानवाधिकार संगठन मेमोरियल और यूक्रेनी मानवाधिकार संगठन सेंटर फॉर सिविल लिबर्टीज को यह पुरस्कार मिला है। ऐसे में भारत जो नोबेल की उम्मीद लगाए बैठा था उस उम्मीद को झटका लगा है।
घोषणा किए जाने के बाद ‘द नोबेल प्राइज’ की ओर से कहा गया, ‘नोबेल शांति पुरस्कार विजेता अपने देश में नागरिक समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने कई वर्षों तक नागरिकों के मौलिक अधिकारों की रक्षा करने और बढ़ावा देने के लिए सत्ता की आलोचना की है। उन्होंने युद्ध अपराधों, मानवाधिकारों के हनन और सत्ता के दुरुपयोग का दस्तावेजीकरण करने के लिए एक उत्कृष्ट प्रयास किया है। इसके साथ ही वे शांति और लोकतंत्र के लिए नागरिक समाज के महत्व को प्रदर्शित करते हैं।’ हम उनके इन प्रयासों की भरपूर प्रशंसा करते हैं।
गौरतलब है कि भारत के प्रतीक सिन्हा और मोहम्मद जुबैर के अलावा विश्व स्वास्थ्य संगठन, म्यांमार की राष्ट्रीय एकता सरकार, बेलारूस की विपक्षी नेता सवितलाना भी इस पुरस्कार की दौड़ में शामिल थे। लेकिन दोनों में से किसी को यह पुरस्कार नहीं मिला।