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New Scare: इजरायल में मिला दुनिया का पहला Florona मरीज, जानिए कैसे कोरोना से ज्यादा गंभीर है ये बीमारी

florona

यरुशलम। एक तरफ कोरोना महामारी के अलग-अलग वैरिएंट दुनिया में हाहाकार मचा रहे हैं। वहीं, अब इजरायल में कोरोना और इन्फ्लूएंजा के डबल इन्फेक्शन ने दस्तक दे दी है। इसका नाम फ्लोरोना रखा गया है। इजरायल में इस बीमारी का पहला मरीज मिला है। ये जानकारी अरब न्यूज ने दी है। फ्लोरोना के मरीज में कोरोना और फ्लू दोनों के लक्षण मिले हैं। इससे उसके सांस लेने के तंत्र पर काफी बुरा असर पड़ा है। फ्लोरोना के सामने आने के बाद अब दुनिया में डर का माहौल और गहरा गया है। उधर, इजरायल में ओमिक्रॉन वैरिएंट के बढ़ने के बीच अब कोरोना वैक्सीन की चौथी डोज देने की शुरुआत होने जा रही है। इजरायल की सरकार ने इसकी मंजूरी दी है। इजरायल में करीब 4 महीने पहले ही वैक्सीन की तीसरी डोज लोगों को दी गई थी।

इजरायली स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक उसके डायरेक्टर जनरल नचमन ऐश ने कमजोर इम्युनिटी वालों को बूस्टर की चौथी डोज देने की मंजूरी दी। ऐश ने बुजुर्ग मरीजों के लिए भी वैक्सीन की एक और डोज को मंजूरी दी है। इससे मरीजों की जान बचाने और उन्हें अस्पताल तक न पहुंचने देने का सरकार का इरादा है। इजरायल में कोरोना के करीब 5000 नए मामले दर्ज हुए हैं। वहां कोरोना की शुरुआत से अब तक 1.38 लाख से ज्यादा मरीज इस बीमारी का शिकार बन चुके हैं। जबकि, 8000 लोगों की जान गई है। अब वहां ओमिक्रॉन वैरिएंट लगातार तेजी से फैलता जा रहा है।

इजरायल दुनिया का ऐसा पहला देश था, जिसने तेजी से अपने नागरिकों का वैक्सीनेशन कराया था और मास्क हटा दिया था। उसने खुद को कोरोना मुक्त भी घोषित कर दिया था, लेकिन कोरोना वहां दोबारा लौट आया। जब बीते साल नवंबर में ओमिक्रॉन का पहला मरीज मिला, तो इजरायल ने अफ्रीकी देशों से आने-जाने पर पाबंदी लगा दी। इसके बाद भी वहां ओमिक्रॉन के मरीज मिल रहे हैं। इससे निपटने के लिए पीएम नफ्ताली बेनेट ने कड़े कदमों का एलान किया है, लेकिन फिर भी मरीजों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है।

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