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Israel Hamas War: इजराइल पर भड़के ओबामा, फिलिस्तीन को लेकर कही ऐसी बात 

नई दिल्ली। इजराइल और हमास के बीच जारी जंग को लेकर वैश्विक मंच पर अलग-अलग बयान आ रहे हैं। कोई इजराइल का समर्थन कर रहा है, तो कोई फिलिस्तीन का। सबके अपने-अपने तर्क हैं, लेकिन इन तर्कों के बीच में बड़ा सवाल यह है कि आखिर इस युद्ध का नतीजा क्या होगा? जवाब स्पष्ट है, भयावह होगा, लेकिन जिस तरह की शुरुआत हमास की ओर से की गई, उसे देखते हुए ऐसा लगता तो नहीं है कि इजराइल अब खामोश रहने वाला है। इसकी एक झलक बीते दिनों प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने बयान के जरिए पेश कर ही दी थी, जिसमें उन्होंने स्पष्ट कर दिया था कि आगामी दिनों में दुश्मन देश को भारी कीमत चुकानी होगी।

बीते दिनों इजराइली सेना ने गाजा पर हमले किए, जिसकी जद में आकर कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। उधर, अरब देशों की ओर से भी युद्ध पर विराम लगाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन यह कोशिश किसी भी तरह से सफल होती हुई नजर नहीं आ रही है। अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस सहित कई अन्य देश इजराइल का समर्थन करने का ऐलान कर चुके हैं। यह कहना अधिक मुनासिब रहेगा कि इस युद्ध ने पूरी दुनिया को दो गुटों में बांट दिया है। एक ऐसा गुट है, जो कि इजराइल के समर्थन में है, तो वहीं दूसरी तरफ एक ऐसा गुट है, जो कि फिलिस्तीन के समर्थन में है। कई राष्ट्र प्रमुख इजराइल की सरमजीं पर दस्तक देकर बेंजामिन नेतन्याहू को अपना समर्थन जाहिर कर चुके हैं। बीते दिनों अमेरिका के राष्ट्रपति, ब्रिेटेन के प्रधानमंत्री इजराइल जाकर बेंजामिन नेतन्याहू को अपना समर्थन जाहिर कर चुके हैं। वहीं, आज खबर है कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमेनुएल मैक्रो भी इजराइल पहुंचे और उन्होंने बेंजामिन को समर्थन दिया। उधर, इस बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा का इस युद्ध पर बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने इजराइल के रवैये की निंदा की है। आइए, आगे जानते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा है।

बता दें कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि जिस तरह से बीते दिनों अमानवीय रुख अख्तियार करते हुए इजराइल ने फिलिस्तीन के लोगों को खाद्य, पानी, बिजली सहित अन्य जरूरी सामानों की आपूर्ति बाधित कर दी थी, वह निंदनीय है। अगर इजराइल ने अपने इस फैसले को वापस नहीं लिया, तो कोई दो राय नहीं है कि उसकी यह प्रवृत्ति फिलिस्तीन की आने वाले पीढ़ियों को इजराइल के प्रति और कठोर कर सकती है। आगामी दिनों में फिलिस्तीन काफी कठोर हो सकता है। हो सकें कि इजराइल को ही इसका नतीजा भुगतना पड़े। उन्होंने आगे इजराइल की विदेश नीति की भी निंदा की। उन्होंने इस युद्ध के लिए बेंजामिन के मौजूदा रुख को जिम्मेदार ठहराया है। बता दें कि बराक ओबामा का यह बयान ऐसे वक्त में सामने आया है, जब हमास और इजराइल के बीच जंग तेज हो चुकी है। दोनों पक्षों की ओर कई लोग मारे जा रहे हैं।

सनद रहे कि बीते दिनों आठ अक्टूबर को फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास ने दक्षिण इजराइल पर जल, समुद्र और जमीन मार्ग से चार हजार से भी अधिक रॉकेट दागे थे, जिसमें कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। यह हमास की ओर से किया गया एक अप्रत्याशित हमला था, जिसकी कल्पना भी इजराइल ने नहीं की थी।

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