नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी सरकार के द्वारा पाकिस्तान पर लिए गए एक्शन के बाद पाकिस्तान ने भारत को गीदड़भभकी दी है। पाकिस्तान का कहना है कि अगर भारत ने सिंधु नदी का पानी रोका तो इसे युद्ध की कार्यवाही माना जाएगा। इसी के साथ पाकिस्तान ने अपनी बौखलाहट दिखाते हुए कुछ वैसे ही फैसले लिए हैं जो कल भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ लिए थे। पाकिस्तान ने शिमला समझौते से हटने की धमकी दी है। पाकिस्तान ने नेशनल सिक्योरिटी कमेटी की बैठक बुलाई थी जो प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में हुई। इसमे पाकिस्तानी की तीनों सेनाओं के अध्यक्ष भी मौजूद रहे। मीटिंग के बाद प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से लिए गए फैसलों के बारे में जानकारी दी गई।
– पाकिस्तान ने वाघा बॉर्डर को तत्काल बंद करने का निर्णय लिया। जो भारतीय वैध वीजा लेकर पाकिस्तान गए हैं, उन्हें 30 अप्रैल तक देश छोड़ने को कहा गया है।
– SAARC वीजा योजना के तहत सभी भारतीयों के वीजा को रद्द कर दिया गया है, हालांकि सिख तीर्थयात्रियों को छूट रहेगी। बाकी अन्य को 48 घंटे में पाकिस्तान छोड़ना होगा।
– पाकिस्तान ने भारतीय एयरलाइनों के लिए अपने एयरस्पेस को बंद करने का फैसला किया है।
– इस्लामाबाद स्थित भारतीय सैन्य, नौसेना और वायुसेना सलाहकारों को ‘अवांछनीय व्यक्ति’ घोषित कर 30 अप्रैल तक देश छोड़ने को कहा गया है और भारतीय उच्चायोग में स्टाफ की संख्या 30 तक सीमित की गई।
– भारत के साथ हर तरह के व्यापार पर रोक लगा दी गई है।
पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने कहा कि अगर पाकिस्तान को कोई चुनौती मिलती है तो हमारे सशस्त्र बल पूरी तरह से तैयार हैं। किसी को भी किसी गलतफहमी में नहीं रहना चाहिए। वो बोले कि उन्होंने (भारत ने) जो भी कार्रवाई की है, हमने उसका जवाब दिया है। वहीं पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा एम. आसिफ ने कहा कि मोदी सरकार जो भी आरोप लगा रही है, उन्होंने अभी तक सीधे तौर पर पाकिस्तान का नाम नहीं लिया है, लेकिन मीडिया में ऐसी चर्चाएं चल रही हैं। अगर कुछ भी होता है, तो हम इसका कड़ा जवाब देंगे।