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Rishi Sunak Britain PM Candidate: भारत से कैसे और कितनी अलग है ब्रिटेन में प्रधानमंत्री पद की रेस ?

Rishi Sunak

नई दिल्ली। ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने 7 जुलाई को पीएम और पार्टी नेता के पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद 12 जुलाई को कंजर्वेटिव पार्टी के नेतृत्व के लिए चुनावी प्रक्रिया शुरू हो गई। जब ये दौड़ शुरू हुई उस वक्त 8 नेताओं ने अपनी दावेदारी पेश की थी लेकिन 5 राउंड की वोटिंग के बाद सिर्फ दो उम्मीदवार ऋषि सुनक और लिज़ ट्रस ही मैदान में रह गए हैं। 5 सितंबर वो तारीख है जब कंजर्वेटिव पार्टी के नए नेता के नाम का ऐलान किया जाना है और जो पार्टी का नेता होगा वही ब्रिटेन का अगला प्रधानमंत्री भी होगा। इन सबमें खास बात ये है कि लगातार 5 राउंड की वोटिंग में टॉप पर चल रहे सुनक के लिए पीएम पद की रेस के लिए आखिरी दौर की लड़ाई काफी कठिन हो गई है। ऐसा क्यों है और भारत से ब्रिटेन में पीएम उम्मीदवारी की रेस कितनी अलग है?  भारत में भी किसी भी पार्टी के लिए लोकसभा चुनाव आने पर अपने उम्मीदवार का चयन करना उतना आसान नहीं रहता, जितना आसान दिखता है। इसके लिए अलग-अलग दौर की बैठकें होती हैं। देश की जनता का रुख-रुझान, कार्यकर्ताओं का मूड और कई दूसरे राजनीतिक समीकरणों को ध्यान में रखकर पार्टी अपना नेता चुनती है। कई बार एक से ज्यादा उम्मीदवार होने पर अंदरूनी चुनाव भी होते हैं। हालांकि, हमारे देश में ये सबकुछ इतना जोर-शोर से नहीं होता, जितना कि ब्रिटेन में दिखाई देता है।

ब्रिटेन में इस वक्त कंजर्वेटिव पार्टी सत्ता में है। बोरिस जॉनसन के इस्तीफे के बाद से नए नेता की तलाश जारी है। कंजर्वेटिव पार्टी में दो फेज़ में चुनाव होता है। यहां सिर्फ वही कैंडिडेट पार्टी नेता के पद के लिए नामांकन कर सकता है, जिसके पास 20 से ज्यादा सांसदों का समर्थन हो। इस बार ब्रिटेन में 8 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया था। इसके बाद पार्टी के सांसद वोट करते हैं। जिस उम्मीदवार को कम वोट मिलते हैं, वो इस रेस से बाहर हो जाता है और ये प्रक्रिया तब तक चलती रहती है, जब तक कि इसमें दो ही उम्मीदवार न रह जाएं। मौजूदा स्थिति की बात करें तो 5 राउंड की वोटिंग के बाद केवल दो उम्मीदवार ऋषि सुनक और लिज ट्रस ही रह गए हैं। ऋषि सुनक अभी तक सभी राउंड्स में सबसे आगे रहे हैं। उन्हें 5वें दौर में 137 वोट मिले जबकि लिज ट्रस को 113 वोट मिले थे।

यूं तो कंजर्वेटिव पार्टी में सांसद आखिरी 2 उम्मीदवारों के रहने तक वोटिंग में हिस्सा लेते हैं, लेकिन पार्टी नेता के नाम पर आखिरी मुहर कार्यकर्ता ही लगाते हैं। ऋषि सुनक और लिज ट्रस पूरे देश में प्रचार में जुट चुके हैं और पार्टी के कार्यकर्ताओं से वोट देने की अपील की जा रही है। कंजर्वेटिव पार्टी के लगभग 1.6 लाख वोटर पोस्टल बैलेट से वोट करेंगे और ऋषि सुनक और लिज ट्रस में से किसी एक को अपना नेता चुनेंगे। अगर ब्रिटेन में किए गए तमाम सर्वे पर गौर करें तो इस चुनाव में ऋषि सुनक पिछड़ते दिख रहे हैं। हाल ही में YouGov ने पार्टी के 730 सदस्यों पर एक सर्वे किया। इस सर्वे में 62% लोगों ने लिज ट्रस को वोट किया जबकि ऋषि सुनक को 38% ने अपना समर्थन दिया। हालांकि, ये महज एक सर्वे है, जिसमें सिर्फ 730 सदस्यों ने वोट किया। जबकि पार्टी नेतृत्व का आखिरी फैसला 1.6 लाख कार्यकर्ताओं को करना है।

इससे पहले ब्रिटिश अखबार ने कंजर्वेटिव पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच जो सर्वे कराया था उसमें पेनी मोर्डेंट सबसे आगे थीं। उन्हें 19.6% लोगों ने अपना समर्थन दिया था जबकि केमी बडेनॉच 18.7% के साथ दूसरे और ऋषि सुनक 12.1% के साथ तीसरे नंबर पर थे। दूसरी तरफ सुएला ब्रेवरमैन को 11.05% और लिज ट्रस को 10.93% लोगों ने समर्थन दिया था। यानि लिज ट्रस इस सर्वे में 5वें नंबर पर थीं। अब मौजूदा स्थिति में ऋषि सुनक और लिज को छोड़कर बाकी उम्मीदवार पीएम की रेस से बाहर हो गए हैं। इसलिए अभी पक्के तौर पर दोनों ही उम्मीदवारों के प्रधानमंत्री बनने को लेकर कुछ नहीं कहा जा सकता।

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