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Sri Lanka Crisis: स्ट्रीट लाइट की बत्ती गुल, खाने-पीने की चीजों के दामों ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, आम जनता हुई बेहाल

नई दिल्ली। पड़ोसी देश श्रीलंका इस वक्त बड़े आर्थिक संकट से जूझ रहा है। आम लोगों को कई बड़ी समस्य़ाओं का सामना करना पड़ा रहा है। खाने-पीने से लेकर रोजमर्रा की सभी चीजों की कीमत आसमान छू रही है। खाद्य पदार्थ इतने महंगे हो चुके हैं कि आम जनता की पहुंच से काफी दूर हो चुके हैं। श्रीलंकाई सेना के जवानों को सीमाओं पर तैनात कर दिया गया है। देश में बढ़ती महंगाई को देखते हुए लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है। गुस्साए लोगों ने राष्ट्रपति के आवास के बाहर इकट्ठा होकर विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन को देखते हुए राष्ट्रपति के निजी आवास के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अब बिजली संकट नई परेशानी बनकर मुंह फाड़े खड़ा है। आम जनता हर तरफ से पिस रही हैं।

बड़े आर्थिक संकट से जूझ रहा है श्रीलंका

बड़े आर्थिक संकट के बीच अब बिजली संकट भी उत्पन्न हो चुका है। नौबत ये तक आ चुकी है कि स्ट्रीट लाइट्स को भी बंद करना पड़ा रहा है। यहां तक कि श्रीलंका के शेयर बाजार को भी बिजली की कमी से दो-चार होना पड़ रहा है। सरकार ने बिजली संकट से बचने के लिए ऐलान किया है कि स्ट्रीट लाइट्स को नहीं जलाया जाएगा। सरकार ने तर्क दिया है कि जरूरी सेवाओं में बिजली की आपूर्ति को पूरा करने के लिए ये कदम उठाया गया है। वहीं उसका सबसे ज्यादा असर आम जनता पर पड़ रहा है। गैस सिलेंडर रिफिल की दुकानों पर लोगों की लंबी- लंबी लाइनें लगी हैं। हर कोई घर से जुड़ी छोटी-छोटी चीजों को पाने के लिए जद्दोजहद कर रहा है।

खाने-पीने की चीजों ने तोड़े सारे रिकॉर्ड

वहीं श्रीलंका के पर्यटन मंत्री प्रसन्ना रणतुंगे ने शुक्रवार को कहा कि श्रीलंका का मुख्य मुद्दा विदेशी मुद्रा की कमी है और इस प्रकृति के विरोध से पर्यटन को नुकसान होगा और इसके आर्थिक परिणाम होंगे। बता दें कि चीनी  290 रुपये किलो तो चावल की कीमत 500 रुपये किलो बिक रहा है। वहीं दूध पाउडर की कीमत 1,975 रुपये किलो तक पहुंच चुकी है। बात करें पेट्रोल और डीजल के दामों की तो  पेट्रोल 254 रुपये लीटर और डीजल 176 लीटर बिक रहा है। इन चीजों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कैसे हालातों में आम जनता अपना गुजारा कर रही होगी।

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