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Imran Khan: इमरान को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस के साथ समर्थकों की झड़प, स्थिति संवेदनशील, अलर्ट सुरक्षाकर्मी

Imran Khan

नई दिल्ली। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री व पीटीआई प्रमुख इमरान खान को पुलिस तोशखाना मामले में गिरफ्तार करने लाहौर स्थिति उनके आवास पहुंची, तो पूर्व प्रधानमंत्री के समर्थक पुलिस से ही भिड़ गए। परिस्थितियां इतनी गंभीर हो गई कि बात हाथापाई तक आ चुकी थी। जिसके बाद मौके पर भारी संख्या में एहतियात बरतते हुए पुलिस सहित अन्य सुरक्षाकर्मियों को तैनात कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि पुलिस जब इमरान को गिरफ्तार करने पहुंची थी, तो वो वहां मौजूद नहीं थे। जिसके बाद पुलिस वापस लौट गई। बता दें कि यह खबर पाकिस्तानी मीडिया के हवाले से दी गई है। हालांकि, सुबह से ही इरमान खान की गिरफ्तारी को लेकर चर्चा तेज है। माना जा रहा है कि उन्हें कभी-भी गिरफ्तार किया जा सकता है। उधर, पाकिस्तानी सियासतदानों का कहना है कि अगर इमरान खान को गिरफ्तार किया गया, तो पाकिस्तान में स्थिति बिगड़ सकती है। इमरान के समर्थक सड़कों पर उतरकर शहबाज के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे और मौजूदा परिस्थिति को विकराल भी कर सकते हैं।

उधर, इस संदर्भ में इस्लामाबाद पुलिस ने ट्वीट कर बड़ी जानकारी साझा की है। कहा कि कोर्ट के आदेश के अनरूप पुलिस इमरान को गिरफ्तार करने पहुंची थी। पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि कानून सभी के लिए बराबर है और लाहौर पुलिस की मदद से सभी ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया जा रहा है। वहीं, पुलिस ने कानून में बाधा डालने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की भी बात कही है। ऐसा कहकर पुलिस ने इमरान के समर्थकों की ओर इशारा किया है। वहीं, पुलिस के रूख से स्पष्ट है कि इमरान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है। उधर, आइए आगे आपको वो मामला बताते हैं, जिसे लेकर इमरान पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।

दरअसल, इमरान पर आरोप लगे थे कि उन्होंने प्रधानमंत्री रहने के दौरान विदेशी दौरे में प्राप्त हुए महंगे तोहफे को तोशखाने से रियायती दरों में खरीदकर उसे महंगी कीमतों में बेच दिया। ऐसा करके उन्होंने आर्थिक लाभ प्राप्त किया। बता दें कि पाकिस्तानी हुक्मुरानों को जब कभी-भी विदेशी दौरे के दौरान कोई तोहफा दिया जाता है, तो उसे तोशखाने में जमा कराना होता है। हालांकि, अगर चाहे तो तोशखाने में रखे महंगे तोहफे को कोई भी सियासतदान ले सकता है, लेकिन पहले उसे उसके बराबर मूल्य अदा करनी होगी, लेकिन उसे तोहफे को ऊंची कीमत में बेचने का अधिकार नहीं होगा। अगर वो ऐसा करता है, तो पाकिस्तानी कानून में उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई का प्रावधान है।

बता दें कि इमरान के खिलाफ इन आरोपों के बाद जांच की गई थी। जिसमें ये आरोप साबित हुए। आरोप साबित होने के बाद इमरान को पहले तो सत्ता गंवानी पड़ी और इसके बाद ज्यादा दिन नहीं बीते की उन्हें संसद की सदस्यता से भी अयोग्य करार दे दिया गया था। जिसे लेकर बाद में पाकिस्तान की राजनीति में भूचाल भी देखने को मिला था। अब ऐसे में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

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