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Blow To Pak: आतंकवाद पर तालिबान की पाक को नसीहत, जानिए किस तरह दिया झटका

Imran Khan and Taliban

काबुल। पाकिस्तान ने तालिबान का समर्थन कर ये सोचा था कि इससे उसे कई फायदे होंगे, लेकिन इमरान खान की सरकार को उसी तालिबान ने जोर का झटका दिया है। तालिबान ने पाकिस्तान के पीएम इमरान खान, आईएसआई और पाकिस्तानी सेना के लिए कहा है कि वह तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान की ओर से फैलाए जा रहे आतंकवाद के खिलाफ कोई मदद नहीं करेगा। तालिबान ने साफ कहा है कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान की समस्या है और उसे ही इस मसले को खुद सुलझाना होगा। तालिबान ने ये भी फिर साफ कर दिया है कि वह अफगानिस्तान की धरती का किसी देश के खिलाफ इस्तेमाल नहीं होने देगा। तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने इस बारे में सवाल पूछे जाने पर कहा कि तहरीक-ए-तालिबान का मुद्दा इमरान खान सरकार को ही हल करना होगा। यह जिम्मेदारी अफगानिस्तान की नहीं है। बता दें कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान संगठन लगातार पाक फौजों पर हमले करता है। इसके अलावा वह पाकिस्तान में फिदायीन हमलों को भी अंजाम देता है।

मुजाहिद ने कहा कि हमारा सिद्धांत है कि हम किसी देश में शांति को नष्ट करने के लिए अपनी धरती का इस्तेमाल नहीं होने देंगे। अगर तहरीक-ए-तालिबान हमें अपना नेता मानता है, तो उसे हमारी बात सुननी होगी। इससे पहले पाकिस्तान सरकार ने अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद तहरीक-ए-तालिबान के कई आतंकियों को रिहा भी कर दिया था।

पाकिस्तान के लिए तालिबान का ये बयान किसी झटके से कम नहीं है। कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान ने तालिबान से तहरीक के खिलाफ कार्रवाई के लिए कहा था। अब तालिबान ने इससे साफ इनकार किया है और इससे पाकिस्तानी सेना और वहां की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए कुछ कहने को नहीं रह गया है। पाकिस्तानी चैनल जियो न्यूज ने बताया है कि तालिबान कुछ दिनों के भीतर अफगानिस्तान में सरकार बनाने जा रहा है। तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि सरकार के सभी पहलुओं पर चर्चा हो रही है।  उम्मीद है कि तालिबान इस संबंध में घोषणा करने के लिए कुछ दिनों में तैयार हो जाएगा। मुजाहिद ने माना है कि सरकार बनाने में देरी की वजह से व्यापार और कूटनीति के मामलों में बाधा पैदा हो रही है।

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