स्वीडन। रामायण हो या कुरान या फिर बाइबल…सम्मान हर धर्मग्रंथ का होना चाहिए…अगर किसी विचारधारा से आपकी राय मेल नहीं खाती, तो आप खुद को उससे अलहदा कर सकते हैं या मुखालफत कर सकते हैं या अगर थोड़ा और आगे बढ़े, तो आपको आलोचना का भी अधिकार है, लेकिन सरेआम किसी धर्मग्रंथ को जलाकर लोगों की आस्था को ठेस पहुंचाने का अधिकार आपको ना है, ना था और ना ही कभी होगा, लेकिन अधिकारों की परवाह किए बगैर एक सनकी शख्स ने सरेआम कुरान जला दिया। जिसे लेकर लोगों में भारी आक्रोश है। पेश है ये रिपोर्ट।
स्वीडन और तुर्की के रिश्ते इन दिनों तनावग्रस्त हैं। दोनों ही देश एक दूसरे की रीति-नीति की खुलकर आलोचना कर रहे हैं। वैश्विक मंच पर एक-दूसरे पर हमला बोल रहे हैं। कभी कोई किसी को निशाने पर ले रहा है, तो कभी कोई किसी को निशाने पर ले रहा है, लेकिन विरोध प्रदर्शन की आड़ में जिस तरह का कुकृत्य स्वीडन में किया गया, उसे लेकर अभी पूरी दुनिया में आक्रोश दिख रहा है। आपको बता दें कि स्वीडन के दक्षिणपंथी नेता रासमस पलुदन ने आवेश में आकर कुरान जला दिया। जिसे लेकर मुस्लिम देशों में भारी आक्रोश है। वहीं इस अभी तक स्वीडन की तरफ से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
Burning Holy Quran today infront of Turkish embassy in Sweden doesn’t make u a better human being
No muslim would ever burn the bible or Torah
No Muslim would ever insult Jesus, Mary or Moses or any other prophet PBU them all
The world needs more peace & love
Less wars & hate pic.twitter.com/moBrf8ghjE
— محمد الشيخ | Mohd Alsheikh (@MASalsheikh) January 21, 2023
उधर, तुर्की में स्वीडन के दक्षिणपंथी नेता द्वारा कुरान जलाए जाने को लेकर काफी गुस्सा है। स्वीडन नेता के इस कदम की आलोचना की जा रही है। उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग तुर्की में जोर पकड़ती जा रही है। बता दें कि इससे पहले भी पिछले साल पलुदन ने रमजान के पाक माह में अपने एक प्रस्तावित कार्यक्रम में कुरान जलाए जाने के अपने कार्यक्रम को निरस्त कर दिया था। हालांकि, पलुदन के इस कदम की मुस्लिम देशों में खूब आलोचना हुई थी। जिसके बाद स्वीडन में दंगे तक भड़क गए थे। बता दें कि स्वीडन में ऐसे वक्त में कुरान जलाए जाने की घटना को अंजाम दिया गया है, जब वर्मतान में तुर्की और स्वीडन के बीच रिश्ते तनावग्रस्त हैं।
Turkish officials and other Muslim countries strongly condemn Sweden for allowing Rasmus Paludan, a convicted racist, to burn a copy of the Muslim holy book, Quran in front of Turkish Embassy in Stockholm. Muttalip Erdogan has more from Hagia Sophia Grand Mosque in Istanbul pic.twitter.com/jVAE4mCU5a
— TRT World (@trtworld) January 22, 2023
हालांकि, यह कोई पहली मर्तबा नहीं है कि जब पलदून ने सरेआम कुरान जलाया हो, बल्कि इससे पहले भी वो कुरान जला चुके हैं। इतना ही नहीं, बीते दिनों उन्होंने तुर्की के राष्ट्रपति कातैय्यप एर्दोग की पुतला भी फूंका था। पलदून की छवि पूरी दुनिया में मुस्लिम विरोधी नेता के रूप में है। लेकिन, वर्तमान में जिस तरह उन्होंने कुरान जलाकर मुस्लिम अनुयायियों की आस्था को ठेस पहुंचाया है, उसकी मुस्लिम देशों की तरफ से निंदा की जा रही है। अब ऐसे में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।