नई दिल्ली। आज से 350 साल पहले 1656 में स्पेन का एक शिप पानी में डूब गया था। समुद्र में तो और भी कई जहाज डूब जाते हैं लेकिन भला इसमें ऐसा क्या खास था। असल में, ये जहाज खजाने से लदा था जिसकी खोज बीती तीन सदियों से की जा रही थी और अब आखिरकार इस जहाज के मलबे को ढूंढ निकाला गया है। इसके मलबे से बेशकीमती हीरे, जवाहरात समेत तमाम आभूषण मिले हैं। Nuestra Señora de las Maravillas नाम का ये जहाज 1656 में लिटिल बहामास बैंक के पश्चिमी छोर पर डूब गया था। इस जहाज का मलबा 13 किलोमीटर से भी ज्यादा के इलाके में फैला हुआ था। इस जहाज का पता लगाने के लिए बहामास सरकार ने Allen Exploration को लाइसेंस दिया था।बहामास और अमेरिका के समुद्री गोताखोरों ने इस जहाज को ढूंढने में बड़ी भूमिका अदा की है। मलबे से बरामद खजाने में गोल्ड फिलीग्री चेन, क्रॉस ऑफ सैंटियागो से जड़ा सोने का पेंडेट, इंडियन बेजोर स्टोन और ओवल एमेराल्ड जैसे बेशकीमती आभूषण शामिल हैं। इस खोज अभियान का हिस्सा रहे रैकवॉच पत्रिका के संपादक और ब्रिटेन के समुद्री पुरातत्वविद डॉ. सॉन किंग्सले ने बताया कि 350 साल बाद जहाज का मलबा मिलना एक चमत्कार की तरह है। ये एक सफल पुरातात्विक अभियान रहा।
बात अगर इस जहाज की करें तो 13वीं शताब्दी की वर्जिन मैरी की मूर्ति के नाम पर इसका नाम रखा गया था। जहाज अमेरिका से स्पेन जा रहा था और इसमें खजाना भरा हुआ था। चार जनवरी 1656 की रात को नैविगेशन में खराबी आने के बाद एक चट्टान से टकराकर जहाज डूब गया था। इस शिप में 650 लोग सवार थे, जिसमें से सिर्फ 45 लोग ही बच पाए थे। इनमें से कई लोगों को शार्क ने खा लिया था। ऐलन एक्सप्लोरेशन के संस्थापक कार्ल एलेन ने बताया कि, जब हमने मलबे से मिले एमेरैल्ड और सोने के पेंडेट उठाए तो हमारी सांसें रुक गई थीं। मुझे इन बेशकीमती सिक्कों और गहनों से एक जुड़ाव महसूस हुआ। हमारी टीम ने आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करके इस मलबे को ढूंढा था।