नई दिल्ली। रूस में भारत की तीनों सेनाएं 24 जून को रूस की राजधानी मॉस्को के रेड स्क्वायर पर होने वाली सालाना परेड में हिस्सा लेंगी और तीनो सेनाएं अपनी ताकत दिखाएंगी। ऐसा पहली बार होगा जब तीनों सेनाएं शक्ति प्रदर्शन दिखाएंगी क्योंकि इससे पहले तक इस मार्च में केवल भारत की थल सेना ही हिस्सा लेती थीं। लेकिन इस बार भारत की तीनों सेनाएं मार्च करती दिखाई देंगी।
रूस ने पीएम मोदी को भेजा था न्योता
रूस ने इस कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को न्योता भेजा था। हालांकि PM मोदी कोरोना के चलते इसमें शिरकत नहीं करेंगे। इस परेड में भारत की तीनों सेनाओं (थल, जल और वायु) की एक टुकड़ी अपने साहस और ताकत का प्रदर्शन करेंगी।
चीन की टेंशन बढ़ेगी
ऐसे में रूस के साथ गहरे सैन्य संबंध रखने वाले पड़ोसी देश चीन की टेंशन बढ़ सकती हैं। बता दें कि रूस और भारत के एक साथ सैन्य अभ्यास के चलते पड़ोसी देश चीन की चिंताएं बढ़ना तय है। चीन के साथ रूस के गहरे सैन्य और राजनीतिक संबंध हैं, जबकि वर्तमान में भारत और चीन के बीच सीमा को लेकर विवाद चल रहा है।
विक्टरी डे परेड का आयोजन
आपको बता दें कि रूस हर साल नौ मई को विक्टरी डे परेड का आयोजन करता है। लेकिन इस बार कोरोना वायरस महामारी के चलते यह परेड टाल दिया गया। रूस हर साल इस परेड का आयोजन 1945 में नाजी जर्मनी के आत्मसमर्पण के जश्न में मनाया जाता है।