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US On Russia Visit Of PM Modi: ‘रूस से कहिएगा…’, जानिए पीएम मोदी से अमेरिका ने क्या किया आग्रह

US On Russia Visit Of PM Modi: अमेरिका के विदेश विभाग प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि भारत अहम रणनीतिक साझेदार है। भारत के साथ अमेरिका खुला और ईमानदार संवाद करता है। मिलर ने कहा कि रूस और भारत के संबंध के बारे में अमेरिका ने अपनी चिंता से भी अवगत कराया है।

वॉशिंगटन। पीएम नरेंद्र मोदी रूस के दौरे पर हैं। ऐसे में अमेरिका की गहरी नजर भी मोदी के इस दौरे पर है। अमेरिका की मोदी के रूस दौरे पर प्रतिक्रिया भी आई है। अमेरिका ने आग्रह किया है कि जब पीएम मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से बातचीत करें, तब यूक्रेन की संप्रभुता पर भी चर्चा हो। अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने ये भी कहा कि उनके देश ने भारत से कहा है कि वो रूस को स्पष्ट संदेश दें कि यूक्रेन में जारी जंग के समाधान में संयुक्त राष्ट्र के चार्टर का पालन हो।

अमेरिका के विदेश विभाग प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि भारत अहम रणनीतिक साझेदार है। भारत के साथ अमेरिका खुला और ईमानदार संवाद करता है। मिलर ने कहा कि रूस और भारत के संबंध के बारे में अमेरिका ने अपनी चिंता से भी अवगत कराया है। अमेरिका के विदेश विभाग प्रवक्ता ने कहा कि जिस तरह हंगरी के पीएम ओरबन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलिंस्की से मुलाकात की, उसी तरह हम मोदी और पुतिन की मुलाकात को भी देख रहे हैं। मैथ्यू मिलर ने कहा कि रूस से संबंध रखने वाले किसी भी देश की तरह भारत से भी यही आग्रह है कि यूक्रेन में जारी जंग का ऐसा समाधान निकले, जो उसकी क्षेत्रीय अखंडता, संप्रभुता और संयुक्त राष्ट्र चार्टर का सम्मान करे।

मैथ्यू मिलर ने ये भी कहा कि रूस दौरे के वक्त पीएम मोदी के बयानों को भी अमेरिका बारीकी से देखेगा। ताकि पता चल सके कि किन मसलों पर चर्चा हुई है। मिलर ने कहा कि रूस के बारे में चिंताओं से भारत को साफ-साफ बता दिया है। इससे पहले रूस ने पीएम मोदी के दौरे पर रूस की भी प्रतिक्रिया आई थी। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा था कि इस दौरे से अमेरिका और पश्चिमी देशों को ईर्ष्या होगी। यूक्रेन के खिलाफ रूस के हमले के बाद पहली बार मोदी का दौरा हो रहा है। इससे पहले पीएम मोदी ने साल 2019 में रूस का दौरा किया था। हालांकि, एक बार पुतिन से मुलाकात के दौरान मोदी ने साफ कहा था कि युद्ध से कुछ हासिल नहीं होता और बातचीत से ही मसलों का समाधान निकाला जाना चाहिए।

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