नई दिल्ली। स्वीडन में कुछ लोगों द्वारा इस्लाम की पवित्र धार्मिक किताब कुरान को जलाए जाने और उसके बाद उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने के दंगा भड़क गई। देखते ही देखते लोगों ने शहर को आग के हवाले कर दिया। कुरान जलाने का वीडियो जब वायरल हुआ तो इस घटना के विरोध में 300 लोग एकत्र हुए जिसके बाद दंगा भड़क गया। पुलिस ने शनिवार बताया कि दंगाइयों ने शुक्रवार को आगजनी की और पुलिस तथा राहत सेवा दल को निशाना बनाया जिसमें कई पुलिस अधिकारी मामूली रूप से घायल हो गए।
बता दें कि दंगे के आरोप में करीब 15 लोगों को हिरासत में लिया गया है। टीटी समाचार एजेंसी की खबरों के अनुसार शुक्रवार दोपहर कुरान जलाए जाने की घटना के बाद हिंसा भड़क उठी। खबरों में कहा गया कि दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं ने कुरान जलाने की घटना को अंजाम दिया और और इसका वीडियो बनाकर ऑनलाइन पोस्ट कर दिया।
वहीं ‘यूनाइटेड नेशंस अलायंस ऑफ सिविलाइजेशंस के अध्यक्ष के प्रवक्ता ने बताया कि संगठन प्रमुख ने दक्षिणपंथी चरमपंथियों द्वारा कुरान जलाए जाने की घटना की निंदा की है और इस कृत्य को पूरी तरह अस्वीकार्य बताया है। इस बीच, उन्होंने लोगों से हिंसा समाप्त करने की अपील की।
गौरतलब है कि शुक्रवार रात को स्वीडन में एक दक्षिणपंथी नेता को गिरफ्तार किए जाने के बाद उनके समर्थकों ने कुरान को जला दिया था। जिसके बाद सैकड़ों लोग दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं के खिलाफ सड़कों पर उतर आए। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव के बाद मालम शहर में दंगे शुरू हो गए। गुस्साई भीड़ ने पुलिस पर जमकर पथराव किया जिसे शांत करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े।