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Russia-Ukraine crisis: रूस-यूक्रेन युद्ध भविष्य में कौन सा मोड़ ले सकता है, जानें विशेषज्ञ क्या कहते हैं?

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नई दिल्ली। रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले के बाद अब दुनिया भर में चिंताएं बढ़ने लगी हैं। प्रत्येक टीवी चैनल्स के डिबेट में लोग महाविभीषका की आशंका से आतंकित हो यह मना रहे हैं कि जल्द से जल्द शांति कायम हो। उधर रूस यूक्रेन पर लगातार बमबारी कर रहा है, आम आदमी भी हताहत हो रहे हैं। अभी तक युद्ध में 7 लोगों की मारे जाने की खबरें सामने आईं हैं।  हालांकि, युद्ध में दोनों पक्ष शामिल हो चुके हैं, और यूक्रेन भी सामर्थ्यानुसार रूस के हमले का जवाब दे रहा है। उसने सरेंडर करने से इंकार कर दिया है, और लड़ने का हौसला दिखा रहा है। लेकिन इस स्टोरी में हम यह जानने की कोशिश करेंगे कि यह युद्ध भविष्य में कौन सा मोड़ ले सकता है! और इस पर विशेषज्ञों की क्या राय है। आइए जानते हैं..


अभी कुछ कहना मुश्किल है..

आज तक चैनल से बात करते हुए एम्बेस्डर डोगरा से जब पूछा गया कि रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले को आप कैसे समझते हैं तो उन्होंने द्वितीय विश्वयुद्ध का हवाला देते हुए कहा कि ये दोनों ही देश बहुत सहलशील हैं, दूसरे वर्ल्ड वॉर में सबसे ज्यादा सैनिक सोवियत यूनियन के ही मारे गए थे, करीब 27 मिलियन। जबकि अमेरिका के 80-90 हजार सैनिक मारे गए थे, ब्रिटेन के भी लगभग इतने ही मारे गए थे, लेकिन उन्होंने उस पर तमाम फिल्में बना दी थी, जबकि रूस और यूक्रेन ने ज्यादा बलिदान सहा था। तो ऐसे में अभी कहना यह मुश्किल है कि युद्ध कौन सा मोड़ लेगा। यूक्रेन में भारतीय नागरिकों के सवाल पर उन्होंने कहा कि वहां करीब 20 हजार भारतीय नागरिक हैं, और उनकी सुरक्षा वहां के लोकल अथॉरिटी पर निर्भर करती है। भारत की पहुंच सीमित है, वह केवल एम्बेसी के जरिए एडवाइजरी ही जारी कर सकता है।


राजधानी कीव के आसपास हमले से शुरुआत

आज यानी 24 फरवरी को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सेना ने यूक्रेन के विद्रोही इलाकों में विशेष सैन्य अभियान के तहत कार्रवाई शुरू की, जिसकी शुरूआत यूक्रेन की राजधानी कीन के आसपास हमले से हुई। इस हमले में आम लोगों के भी मारे जाने की खबरें लगातार आ रही हैं। लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भाग रहे हैं। कल तक जिस बात की आशंका थी, आज वह स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है।

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