नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के बीच अमेरिका ने यूक्रेन को मध्यम दूरी तक मार करने वाली मिसाइलों की आपूर्ति की है। इससे नाराज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका के साथ हुए 36 साल पुराने करार को खत्म करने की घोषणा कर दी। रूस और अमेरिका के बीच साल 1988 में मध्यम दूरी तक मार करने वाली मिसाइलों का निर्माण रोकने का करार हुआ था।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने करार को खत्म करने की घोषणा करते हुए 500 से 5,500 किलोमीटर की दूरी तक मारक क्षमता वाली मिसाइलों का निर्माण फिर से शुरू करने का आदेश दिया है। पुतिन का कहना है कि रूस की रक्षा के लिए इन मिसाइलों का निर्माण जरूरी है। आपको बता दें कि अमेरिका ने साल 2019 में रूस पर इस समझौते के उल्लंघन का आरोप लगाया था और खुद को इससे अलग कर लिया था। सोवियत संघ के राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचोव ने तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन के साथ इस संबंध में समझौता किया था। अब रूस की तरफ से भी इस समझौते से अलग होने का आधिकारिक ऐलान कर दिया गया है।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक में कहा कि अमेरिका द्वारा 2019 में इस समझौते से हटने के बाद भी हमने करार के मुताबिक मध्यम दूरी वाली मिसाइलों का निर्माण नहीं किया। वहीं अमेरिका ने न केवल इन मिसाइलों को बनाया बल्कि अब इन्हें अन्य यूरोपीय देशों को भी दे रहा है। ऐसे में अब रूस को अपनी सुरक्षा के लिए इन मिसाइलों को बनाना पड़ेगा। पुतिन ने कहा कि अमेरिका ने डेनमार्क में सैन्य अभ्यास के दौरान भी ऐसी मिसाइलों का उपयोग किया जिनकी क्षमता रूस के भीतरी हिस्से तक मार करने की है। वहीं ब्लैक सी के ऊपर ड्रोन उड़ानों से सीधे सैन्य टकराव का खतरा है, इस बात की हमने पहले ही अमेरिका को चेतावनी दी थी, अब हमें भी अपनी सुरक्षा के लिए कदम उठाना होगा।