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Who Is Anita Anand In Hindi: कौन हैं अनीता आनंद?, कनाडा के पीएम मार्क कार्नी ने दी ये अहम जिम्मेदारी

Who Is Anita Anand In Hindi: कनाडा की लिबरल पार्टी में अनीता आनंद कितनी मजबूत हैं, ये इसी से पता चलता है कि पहले जस्टिन ट्रूडो की सरकार में भी वो मंत्री थीं। कनाडा के पीएम मार्क कार्नी ने कहा कि कनाडा के लोगों की इच्छा के मुताबिक बदलाव लाने के लिए उनका मंत्रीमंडल काम करेगा। मार्क कार्नी को जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे के बाद कनाडा का पीएम बनाया गया था। कार्नी की अगुवाई में कनाडा की लिबरल पार्टी ने बीते दिनों हुए आम चुनाव में 343 में 169 सीट जीती।

ओटावा। विदेश में भारतीय मूल के लोग धूम मचा रहे हैं। गूगल और माइक्रोसॉफ्ट समेत तमाम टेक कंपनियों के सीईओ भारतीय मूल के हैं। इसके अलावा ब्रिटेन, अमेरिका और कनाडा में भी भारतीय मूल के लोग राजनीति में अहम स्थान रखते हैं। अब विदेश में भारत का नाम रोशन करने में अनीता आनंद का भी नाम जुड़ गया है। अनीता आनंद अब कनाडा की विदेश मंत्री होंगी। पीएम मार्क कार्नी की तरफ से नामित किए जाने के बाद अनीता आनंद ने विदेश मंत्री पद की शपथ ली। अनीता ने गीता पर हाथ रखकर पद और गोपनीयता की शपथ ली है। अनीता आनंद से पहले मेलोनी जोली कनाडा की विदेश मंत्री थीं।

कनाडा की लिबरल पार्टी में अनीता आनंद कितनी मजबूत हैं, ये इसी से पता चलता है कि पहले जस्टिन ट्रूडो की सरकार में भी वो मंत्री थीं। कनाडा के पीएम मार्क कार्नी ने कहा कि कनाडा के लोगों की इच्छा के मुताबिक बदलाव लाने के लिए उनका मंत्रीमंडल काम करेगा। मार्क कार्नी को जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे के बाद कनाडा का पीएम बनाया गया था। कार्नी की अगुवाई में कनाडा की लिबरल पार्टी ने बीते दिनों हुए आम चुनाव में 343 में 169 सीट जीती। ये बहुमत की संख्या 172 से 3 सीट कम हैं। अनीता आनंद की बात करें, तो उन्होंने कनाडा की विदेश मंत्री बनने के बाद कहा कि ये पद हासिल कर वो सम्मानित महसूस कर रही हैं। अनीता आनंद ने ये भी कहा कि वो पीएम मार्क कार्नी के साथ मिलकर काम करेंगी। अनीता ने अपना लक्ष्य भी बताया। उन्होंने आशा जताते हुए कहा कि बेहतर और सुरक्षित दुनिया बनाने के लिए टीम के साथ काम करेंगी।

अनीता आनंद के माता-पिता डॉक्टर हैं। अनीता के पिता तमिलनाडु और मां पंजाब की हैं। दोनों भारत से जाकर कनाडा में बसे थे। अनीता आनंद का जन्म साल 1967 में नोवा स्कोटिया में हुआ था। राजनीति में आने से पहले अनीता आनंद टोरंटो यूनिवर्सिटी में बतौर प्रोफेसर छात्रों को लॉ पढ़ाती थीं। अनीता आनंद साल 2019 में कनाडा की ओकविले सीट से सांसद बनी थीं। इस बार भी वो सांसद का चुनाव जीतीं और विदेश मंत्री जैसा अहम पद हासिल किया। अनीता आनंद के कनाडा का विदेश मंत्री बनने पर भारत के साथ उनके देश के खटाई में पड़े रिश्तों के सुधरने की संभावना जताई जा रही है। जस्टिन ट्रूडो के पीएम रहते कनाडा और भारत के रिश्तों में बहुत कड़वाहट आ गई थी।

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