बॉन। जर्मनी में ओलॉफ शोल्ज सत्ता से बाहर हो गए हैं। जर्मनी में हुए आम चुनाव में क्रिश्चियन डेमोक्रेटिक यूनियन (सीडीयू) की जीत हुई है। ये कंजर्वेटिव सोच वाला गठबंधन है। इस गठबंधन को करीब 28 फीसदी वोट मिले। इसके साथ ही फ्रेडरिक मर्ज का जर्मनी का चांसलर होना तय माना जा रहा है। मर्ज ने जर्मनी के चुनाव में सीडीयू की जीत के बाद सोशल मीडिया में पोस्ट किया कि देश इस वक्त तमाम बड़ी चुनौतियों से जूझ रहा है। फ्रेडरिक मर्ज ने लिखा कि अपने सहयोगियों के साथ जर्मनी अब दुनिया में शांति और आजादी में हिस्सेदार बनेगा।
Wir leben in einer Zeit großer Herausforderungen und Krisen. Ich habe mich sehr über die Glückwünsche aus dem In- und Ausland gefreut. Gemeinsam mit unseren Verbündeten wird Deutschland einen Beitrag zu Freiheit und Sicherheit in der Welt leisten. (FM) pic.twitter.com/ktTNS6D6Dq
— Friedrich Merz (@_FriedrichMerz) February 23, 2025
फ्रेडरिक मर्ज के चांसलर बनने के बाद जर्मनी के अमेरिका से रिश्तों, यूक्रेन में जारी युद्ध और यूरोप की सुरक्षा के बारे में जर्मनी के रुख में बड़ा परिवर्तन देखने को मिल सकता है। फ्रेडरिक मर्ज के अमेरिका से अच्छे रिश्ते रहे हैं। वह अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन के बड़े प्रशंसक है। फ्रेडरिक मर्ज करीब 100 बार अमेरिका का दौरा कर चुके हैं। ब्लैकरॉक जैसी टॉप की कंपनी में भी फ्रेडरिक मर्ज काम कर चुके हैं। उनके समर्थकों का मानना है कि फ्रेडरिक मर्ज को तमाम चीजों का ज्ञान है। जबकि, फ्रेडरिक मर्ज के विरोधी कहते हैं कि उन्होंने अपने बिजनेस को बढ़ावा देने के लिए राजनीतिक नेताओं से करीबी बढ़ाई। सीडीयू में फ्रेडरिक मर्ज पहले भी उभार पर रहे हैं, लेकिन साल 2002 में एंजेला मर्केल उनके गठबंधन को चुनाव में हराकर जर्मनी की चांसलर बनी थीं।
एंजेला मर्केल से हारने के बाद फ्रेडरिक मर्ज ने राजनीति से दूरी बना ली और बिजनेस की दुनिया में लौट गए। फिर साल 2022 में उन्होंने सक्रिय राजनीति शुरू की। फ्रेडरिक मर्ज अवैध प्रवासियों के मामले में सख्त रुख अपनाते रहे हैं। फ्रेडरिक मर्ज ने इसके लिए कई बार धुर दक्षिणपंथी पार्टी एएफडी के साथ सुर मिलाते हुए सीमा पर सख्त सुरक्षा की मांग भी की थी। फ्रेडरिक मर्ज चाहते हैं कि यूरोप के देश अपनी सुरक्षा व्यवस्था खुद के हाथ में लें। उन्होंने एक बार ये भी कहा था कि जर्मनी को फ्रांस और ब्रिटेन से परमाणु सुरक्षा लेने पर बात करनी चाहिए। फ्रेडरिक मर्ज कहते रहे हैं कि जर्मनी को यूरोप में अगुवा बनना चाहिए। साथ ही वो खुद को मौजूदा हालात में जर्मनी का सबसे बेहतर नेता मानते हैं।