मास्को। यूक्रेन ने अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन से मंजूरी मिलने के बाद लंबी दूरी के ATACMS बैलेस्टिक मिसाइलों से रूस पर हमला किया था। यूक्रेन ने 6 मिसाइलें दागी थीं। जिनमें से 5 को रूस के एयर डिफेंस सिस्टम ने नष्ट कर दिया था। इसके बाद ही रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने एक आदेश पर दस्तखत कर रूस की परमाणु हमले संबंधी नीति में बदलाव किया। अब चर्चा रूस की एक मिसाइल की हो रही है। चर्चा इसकी कि रूस अपनी इस मिसाइल से यूक्रेन पर हमला कर सकता है। आखिर रूस की किस मिसाइल की चर्चा हो रही है और ये कितनी खतरनाक है, ये हम आपको बता रहे हैं।
चर्चा जोरों पर है कि यूक्रेन की तरफ से अमेरिका में बनी बैलेस्टिक मिसाइल लॉन्च करने के जवाब में रूस अब आरएस-26 मिसाइल से यूक्रेन पर हमला कर सकता है। इस मिसाइल को रूबेज का नाम दिया गया है। साल 2006 में आरएस-26 मिसाइल को रूस ने बनाना शुरू किया था और 2011 में सभी टेस्ट पास होने के बाद रूस की सेना में आरएस-26 मिसाइल को शामिल किया गया। आरएस-26 परमाणु बम ले जाने में सक्षम मिसाइल है। इस मिसाइल में 40 से 50 टन वजन का हथियार 6000 किलोमीटर दूर तक ले जाकर गिराने की क्षमता है। रूस की तरफ से अगर इस मिसाइल का इस्तेमाल यूक्रेन पर किया जाता है, तो जिस जगह ये गिरेगी वहां बड़ा विध्वंस मचा देगी। अगर रूस ने यूक्रेन पर आरएस-26 रूबेज के जरिए परमाणु हमला किया, तो वहां और खतरनाक विध्वंस होगा और लाखों लोग मारे जाएंगे।
रूस की तरफ से यूक्रेन पर बड़े पलटवार की आशंका के कारण अमेरिका ने पहले ही कीव में अपने दूतावास को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। वहीं, तीसरे विश्व युद्ध की आशंका में यूरोप के तमाम देशों ने अपने नागरिकों से भोजन और दवा वगैरा की पहले से ही व्यवस्था करने को कहा है। यूरोपीय देशों ने परमाणु हथियार से होने वाले विकिरण से बचने के लिए अपने नागरिकों को आयोडीन के टैबलेट भी खरीदने के लिए कहा है। खबर तो ये भी है कि रूस में जगह-जगह परमाणु बम रोधी बंकर बनाए जा रहे हैं।