नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अथक प्रयासों के चलते भारत की दुनिया को देन योग को एक अंतर्राष्ट्रीय पहचान मिली है। 21 जून को हर वर्ष विश्व योग दिवस मनाया जाता है। ये दिन भारत के लिए बेहद बड़ा है क्योंकि योग भारतीय परंपरा का हिस्सा रहा है। सदियों तक इसको वो सम्मान नहीं मिला जितना मिलना चाहिए था। लेकिन अब हालात बदल चुके हैं। 21 जून को मनाए जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के एक दिन पहले ही UN के महासचिव एंटोनिओ गुटेरेस ने दुनिया को और अधिक एकजुट और ज्यादा सामंजस्य्पूर्ण बनाने का मेसेज दिया है।
इसी के साथ उन्होंने कहा है कि एक खतरनाक और बटी हुई दुनिया में इस प्राचीन अभ्यास के लाभ विशेष रूप से अनमोल हैं। यूएन चीफ गुटेरेस ने योग दिवस को लेकर अपने एक वीडियो संदेश में कहा, ”योग जोड़ता है, यह तन और मन को जोड़ता है। दुनियाभर में लाखों लोगों के लिए यह शक्ति, सद्भाव और शांति का स्रोत है। एक खतरनाक और बटी हुई दुनिया में इस प्राचीन अभ्यास के लाभ विशेष बेहद अतुलनीय हैं, हमें इसका सम्मान करना चाहिए।”
#WATCH | António Guterres, Secretary-General of the United Nations, gives a message, ahead of June 21 International Day of Yoga
“On this International Day of Yoga, let us embrace the spirit of unity, and resolve to build a better, more harmonious world for people, planet and… pic.twitter.com/MUl4zcnTnw
— ANI (@ANI) June 20, 2023
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने योग के महत्व को बताते हुए यह कहा कि, “योग से शांति का अहसास होता है। योग चिंता को कम करने और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ाने में मदद करता है। योग हमें अनुशासन और धैर्य विकसित करने में सहायक है। योग हमें हमारे ग्रह से जोड़ता है और जिसको हमें सुरक्षित रखना बेहद जरूरी है। इसके साथ ही एंटोनियो गुटेरेस ने योग को हमारी सार्वजनिक इंसानियत को प्रकट करने का माध्यम बताया। योग एकता की भावना को बढ़ावा देता है और बेहतर और सामंजस्यपूर्ण दुनिया के लिए संकल्प लेने की अपील की। आइए हम इस योग दिवस पर दुनिया और बेहतर और एकजुट बनाने का संकल्प लें।”