News Room Post

जानें और समझें कोरोना वायरस को हराने के लिए 22 मार्च 2020 को ही क्यों रखा गया जनता कर्फ्यू ?

नई दिल्ली। इस रविवार 22 मार्च 2020 को राहू का नक्षत्र है। 22 तारीख मतलब फिर से राहू, कोई भी वायरस इन्फेक्शन का कारक भी राहू है। तो राहू से बचने के लिए घर से न निकलें। वास्तु में हम windchimes या मेटल को राहू का मानते हैं, मतलब, मेटल की आवाज राहू की है। 5 बजे मेटल, घंटी की आवाज होगी तो स्पेस में राहू मेनिफेस्ट हो जाएगा ( जैसे हम डोनेशन से ग्रह की एनर्जी चैनेलाइज करते है)

तो उसके गलत प्रभाव से हमें परेशानी एवं तकलीफ कम होगी। 22 मार्च 2020, रविवार को 5 बजे का ही समय क्यों रखा गया, क्योंकि उस समय राहू काल शुरू होगा।
मंगल ग्रह का मकर राशि में गोचर 22 मार्च 2020 को होगा। मकर राशि मंगल की उच्च राशि है। ज्योतिष शास्त्र में मंगल ग्रह को साहस, पराक्रम, क्रोध, सैन्य शक्ति, जमीन एवं लाल रंग का कारक माना जाता है। यह मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी है।

मकर राशि में मंगल ग्रह उच्च का और कर्क राशि में नीच का होता है। कोई भी ग्रह अपनी स्वराशि या उच्च राशि में होता है तो वह शक्तिशाली होता है। इसलिए मंगल ग्रह मकर राशि में बलशाली होगा और चार राशियों को यह बहुत ही अच्छे परिणाम देने वाला है।

जानिए  Isolation & Quarantine का समय 14 दिन ही क्‍यों रखा गया ???

क्या आपने कभी विचार किया है कि प्रत्येक वर्ष जगन्नाथ पुरी में रथ यात्रा के ठीक पहले भगवान जगन्नाथ स्वामी बीमार पड़ते हैं। उन्हें बुखार एवं सर्दी हो जाती है बीमारी की इस हालत में उन्हें Quarantine किया जाता है जिसे मंदिर की भाषा में अनासार कहा जाता है। भगवान को 14 दिन तक एकांतवास यानी Isolation में रखा जाता है।

 

आपने ठीक पढ़ा है 14 दिन ही। Isolation की इस अवधि में भगवान के दर्शन बंद रहते हैं एवं भगवान को जड़ीबूटियों का पानी आहार में दिया जाता है यानी Liquid diet और यह परंपरा हजारों साल से चली आ रही है। अब बीसवीं सदी में पश्चिमी लोग हमें पढ़ा रहे हैं कि Isolation & Quarantine का समय 14 दिन होना चाहिए।

Exit mobile version