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Vastu Tips: बार-बार कोशिश करने के बाद भी हो रहे नाकाम, तो चेक करें, कहीं ये गलतियां तो नहीं कर रहे?

नई दिल्ली। सनातन धर्म में वास्तु शास्त्र को बहुत अधिक महत्व दिया जाता है। इसका प्रभाव हम अपने दैनिक जीवन में देख सकते हैं। यही कारण है कि लोग मकान की खरीदारी से लेकर उसकी सजावट और रोजमर्रा की चीजों का उपयोग करने में भी वास्तु शास्त्र की सहायता लेते हैं। इसका उन्हें सकारात्मक लाभ भी मिलता है। लेकिन जो लोग वास्तु के विपरीत चलते हैं उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कुछ लोगों को कड़ी मेहनत के बाद भी सफलता हासिल नहीं हो पाती है। तो ऐसी कौन सी चीजें और आदते हैं, जिन्हें करने से कार्य में बाधा उत्पन्न होती है, आइये जानते हैं…

बंद घड़ी 

वास्तु शास्त्र के अनुसार, दीवार पर टंगी बंद घड़ी घर में नकारात्मकता लाती है, इसलिए घर में मौजूद टूटी-फूटी चीजें और बंद घड़ी नहीं रखनी चाहिए। या तो उसे रिपेयर करवा लें या हटा दें।

सूखे पौधे 

वास्तु शास्त्र में कहा गया है कि घर में सूखे पौधों का होना नकारात्मक ऊर्जा को खुला निमंत्रण है। इसलिए सूखे पौधों को तुरंत घर से हटा देना चाहिए। सूखे पौधों के होने से घर का स्वस्थ वातावरण अस्त-व्यस्त हो जाता है। इसलिए पौधों की अच्छी तरह से देखभाल करनी चाहिए, उन्हें नियमित रूप से पानी देना चाहिए, क्योंकि घर में मौजूद हरे-भरे पौधे सुख-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत होते हैं।

पानी की बर्बादी 

कुछ लोग पानी की बहुत बर्बादी करते हैं। जो काम सिर्फ एक मग पानी से हो सकता है उसके लिए वो बाल्टी भर पानी खर्च कर देते हैं। इसके अलावा भी कई बार घर में पानी की बर्बादी देखने को मिलती है, जैसे नल से लगातार पानी का टपकना, पाइप का रिसाव, या टैंक का ओवरफ्लो हो जाना। इन सभी चीजों का ध्यान रखना चाहिए कि किसी भी तरह से पानी की बर्बादी न हो क्योंकि इससे नकारात्मक ऊर्जा आने के साथ धन की हानि भी होती है। वास्तुशास्त्र में इसे बहुत अशुभ माना जाता है।

गंदा घर 

वास्तु शास्त्र में घर की साफ-सफाई को विशेष महत्व दिया जाता है। क्योंकि गंदा घर नकारात्मक ऊर्जा का सीधा स्रोत होता है और धन की हानि का कारण भी होत है। इसके अलावा अस्त-व्यस्त और बिखरा हुआ घर सकारात्मक ऊर्जा के मुक्त प्रवाह की अनुमति नहीं भी नहीं देता है, जिसका भारी नुकसान उठाना पड़ता है।

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