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Yogini Ekadashi 2021: इन नियमों को ध्यान में रखते हुए करें योगिनी एकादशी का व्रत, प्रसन्न होंगे भगवान विष्णु

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नई दिल्ली। आज आषाढ़ मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी योगिनी एकादशी है। भगवान विष्णु को मनाने के लिए आज के दिन विधि-विधान से पूजा की जाती है। हिंदू मान्यताओं पर अगर ध्यान दें तो इस दिन पूजा करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं, और अपने भक्तों को सभी पापों से मुक्त कर देते हैं। सच्चे दिल से व्रत करने वाला व्यक्ति सभी सुखों को भोग कर मुक्ति पाता है। कहा जाता है कि जो भक्त पूरी श्रृद्धा के साथ यह व्रत करते हैं, भगवान श्रीहरि उनकी मनोकामना पूरी करने में जरा भी देरी नहीं करते। क्योंकि यह एक व्रत 88 हजार ब्राह्मणों को भोजन कराने के बराबर होता है। जो भी इस व्रत को करता है उसके घर में सुख-शांति और समृद्धि का वास हमेशा रहता है।

क्या है व्रत का महत्व

बता दें कि यूं तो हर महीने दो बार एकादशी का व्रत किया जाता है, लेकिन योगिनी एकादशी का अपना अलग महत्व होता है। देवशयनी एकादशी से भगवान विष्णु 4 महीनों के लिए योग निद्रा में चले जाते हैं। इस दौरान सृष्टि का संचार भगवान शिव करते हैं। कहा जाता है कि इन 4 महीनों तक मांगलिक कार्यों पर भी रोक लगा दी जाती है।

इन नियमों का करें पालन

बता दें कि योगिनी एकादशी से पहले निर्जला एकादशी का व्रत किया जाता है। जिसमें व्रती पानी का सेवन नहीं करते, उसी तरह योगिनी एकादशी के दिन भी व्रती पानी का सेवन नहीं कर सकते व्रत पूरा करने के बाद ही पानी का सेवन किया जाता है।

क्या करें और क्या न करें

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