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यहां जानें शनि को शुभ बनाने के 5 उपाय

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नई दिल्ली। भगवान शनि (Lord Shani) को न्याय का देवता माना गया है। शनि की टेढ़ी नजर जिस किसी भी जातक पर पड़ती उसके साथ कई तरह की परेशानियां आनी शुरू हो जाती है। इसलिए शनि का नाम आते ही लोगों के हाथ पैर फूलने लगते हैं। शनिदेव (Shani Dev) लोगों को कर्मों के अनुसार दंड या पुरस्कार देते हैं। शनिदेव जिस किसी पर मेहरबान होते हैं उसके जीवन को खुशियों और सौभाग्य से भर देते हैं। वहीं अगर किसी जातक के जीवन में शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या लग जाती तो उसके साथ सभी तरह की मुसीबतें घेर लेती हैं। बता दें कि शनि सभी ग्रहों में सबसे धीमी चाल से चलने वाले ग्रह हैं।

ज्योतिष में शनि का काफी महत्व

शनिदेव का ज्योतिष में शनि का काफी महत्व होता है। किसी जातक की खुशियां और मुसीबतें उसकी कुंडली में शनि की स्थिति पर निर्भर करता है। शनि किसी भी राशि में करीब साढ़े सात साल तक रहते हैं। कुल 12 राशियों के एक बार चक्कर काटने में शनि को 30 वर्षों का समय लगता है।

यानी शनि अगर किसी एक राशि में आ गए है तो दोबारा 30 वर्षों के बाद ही लौटकर आते हैं। शनि बहुत ही धीमी गति से चलते हैं ये एक राशि से दूसरी राशि में परिवर्तन करने के लिए ढ़ाई वर्षो का समय लेते है। इस प्रकार सभी 12 राशियों में जाने के लिए उन्हें 30 वर्ष लग जाते हैं। प्रत्येक मनुष्य के जीवन में एक बार शनि की साढ़ेसाती जरूर लगती है।

जानें शनि को शुभ बनाने के 5 उपाय

1- शनि देव की पूजा करने से पहले शरीर पर तेल मालिश कर स्नान करना चाहिए।

2- शनि जयंती पर काले तिल और लोहे से बनी चीजों का दान करना चाहिए।

3- शनिदेव की पूजा करते समय कभी भी उनकी प्रतिमा या तस्वीर को देखते समय उनकी आंखो में नहीं देखना चाहिए।

4- शनिदेव की पूजा करते समय मंदिर में हनुमानजी के दर्शन और उनकी पूजा भी करनी चाहिए। हनुमान जी पूजा करने से शनि आपके जीवन में शुभ प्रभाव डालते हैं।

5- शनि जयंती, शनि अमावस्या या शनिवार के दिन पूजा में ब्रह्मचर्य का पालन करना जरूर चाहिए।

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