नई दिल्ली। दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल को चालू वित्तवर्ष की तीसरी तिमाही (अक्टूबर से दिसंबर) में 1,035 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध घाटा हुआ है। हालांकि, इससे पूर्व वित्तवर्ष 2018-19 की इसी तिमाही में कंपनी को 86 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था। कंपनी ने टैरिफ प्लान में और बढ़ोतरी करने का संकेत दिया है, क्योंकि कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) गोपाल विट्टल ने उद्योग को उभरती प्रौद्योगिकियों में निवेश करने में सक्षम बनाने के लिए टैरिफ को और बढ़ाना देने की बात कही है।
समीक्षाधीन अवधि में भारती एयरटेल इंडिया का राजस्व एक साल पहले की तीसरी तिमाही के मुकाबले सात फीसदी बढ़कर 15,797 करोड़ रुपये हो गया। इससे पहले वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी ने अब तक का सबसे बड़ा 23,045 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया था। कंपनी की ओर से 28,450 करोड़ रुपये सुप्रीम कोर्ट के फैसले के तहत सांविधिक बकाया के लिए रखे जाने से यह घाटा हुआ।