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Byjus Bankruptsy: बाजयू के बंद होने का संकट टालने के लिए सीईओ रवींद्रन ने कर्नाटक हाईकोर्ट का किया रुख, जानिए कितने कर्मचारियों की नौकरी पर है संकट?

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बेंगलुरु। देश की सबसे बड़ी एडुटेक कंपनी मानी जाने वाली बायजू के बंद होने का संकट है। कंपनी बंद होने से बचाने के लिए सीईओ बायजू रवींद्रन ने कर्नाटक हाईकोर्ट में दस्तक दी है। उन्होंने कर्नाटक हाईकोर्ट में दाखिल याचिका में कहा है कि दिवालिया की कार्यवाही जारी रही, तो बायजू बंद हो जाएगी। एनसीएलटी यानी राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण ने 158.9 करोड़ का भुगतान न करने पर बायजू की दिवालिया कार्यवाही शुरू करने की मंजूरी दी थी। ये मंजूरी बीसीसीआई की अर्जी पर दी गई थी।

एक समय सबसे बड़े स्टार्टअप के तौर पर बायजू का नाम लिया जाता था। इसके सीईओ बायजू रवींद्रन ने कर्नाटक हाईकोर्ट में दाखिल अर्जी में कहा है कि दिवालिया की कार्यवाही चलती रही, तो हजारों कर्मचारियों को नौकरी गंवानी होगी। बायजू में अभी 16000 टीचर समेत 27000 कर्मचारी हैं। अपनी 400 से ज्यादा पन्नों की अर्जी में बायजू रवींद्रन ने कहा है कि कंपनी को मेंटेनेंस की सेवा देने वाले वेंडर को भी डिफॉल्टर घोषित करना होगा। इससे बायजू का सारा कामकाज रुक जाएगा। बायजू की संपत्तियां फिलहाल जब्त हैं। कंपनी के बोर्ड को भी निलंबित किया गया है। बायजू रवींद्रन की अर्जी पर कर्नाटक हाईकोर्ट सोमवार को सुनवाई करने वाला है।

बायजू रवींद्रन ने हाईकोर्ट में दाखिल अर्जी में कहा है कि वो 90 दिन में बकाया भुगतान करना चाहते हैं। बायजू रवींद्रन की भी कंपनी की तरह हालत खस्ता है। 4 अप्रैल 2023 को बायजू रवींद्रन का नेटवर्थ 17545 करोड़ का था, लेकिन अब ये शून्य हो चुका है। महज 40 छात्रों के साथ शिक्षा के क्षेत्र में उतरे बायजू रवींद्रन का जन्म केरल के कन्नूर जिले के अझीकोड गांव में हुआ था। बायजू ने इसी गांव के स्कूल से पढ़ाई की और फिर इंजीनियर भी बने। आईआईएम की एडमिशन परीक्षा में दो बार 100 पर्सेंटाइल लाने वाले बायजू रवींद्रन मैनेजमेंट में जाने की जगह कंपनी बनाई। उनको फॉर्च्यून पत्रिका ने सितंबर 2020 में ग्लोबल 40 अंडर 40 की टेक्नोलॉजी लिस्ट में भी जगह दी थी।

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